मानस प्रताप सिंह
                                            
                                        
                                        
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                                                         मोदी सरकार के कार्यकाल में VIP नेताओं के हेट स्पीच में करीब 500% का इजाफा
इस तरह के भाषणों को अलग करने के लिए हमनें सामान्य प्रक्रिया का अनुसरण किया है. हमनें उन्हीं भाषण को इस श्रेणी में रखा है जिनमें खास तौर पर किसी समुदाय, जाति के खिलाफ शब्दों का इस्तेमाल, या हिंसा भड़काने वाले शब्दों का चयन किया गया है. इस तरह का भाषण आईपीसी की धाराओं के तहत गैर-कानूनी माना जाता है.
- अप्रैल 17, 2018 23:35 pm IST
 - Written by: Manas Pratap Singh , Nimisha Jaiswal, श्रीनिवासन जैन, Translated by: Samarjeet Singh