
अहमदाबाद में रोबोट करेगा ऑपरेशन. तस्वीर: प्रतीकात्मक
अहमदाबाद:
पेट में भयानक दर्द से तड़प रहे एक मरीज की यहां एक अस्पताल में रोबोट के जरिए सफल सर्जरी की गई. इस मरीज की बीमारी बीमारी दुर्लभ किस्म की थी, लेकिन इस सर्जरी के बाद मरीज को दर्द से राहत मिल गई. यह दुर्लभ बीमारी 100,000 लोगों में से किसी एक में पाई जाती है. इसे 'सिलिएक आर्टरी कंप्रेशन सिंड्रोम' कहते हैं. इसकी पहचान सिलिएक धमनी के पेट में दबने से पैदा होने वाले दर्द से होती है. मौजूदा समय में शल्य चिकित्सा ही इसका एक मात्र विकल्प है. इसमें उस लिगामेंट को निकाल दिया जाता है, जो दवाब का कारण होता है. हालांकि सिलिएक धमनी तक पारंपरिक शल्य चिकित्सा से पहुंचना आसान नहीं है, क्योंकि यह डायफ्राम के नीचे स्थित होती है.
स्टर्लिग अस्पताल के गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल शल्य चिकित्सक अपूर्व व्यास ने एक बयान में शुक्रवार को कहा, "चार हाथ वाले शल्य चिकित्सा रोबोट के इस्तेमाल से मैं सिलिएक धमनी
के मूल तक पहुंचने में सक्षम रहा, जहां मानव की उंगलियां नहीं पहुंच सकतीं."
व्यास ने कहा, "मैं मरीज के स्वास्थ्य लाभ को देखकर खुश हूं. वह शल्य चिकित्सा के बाद तीसरे दिन घर चला गया."
सिलिएक धमनी में दबाव को पाचन तंत्र के दिल के दौरे जैसे हालात से तुलना की जाती है.
इसमें मरीज जैसे ही खाना शुरू करता है, उसे बहुत तेज दर्द होता है. वह शरीर की जरूरत के मुताबिक नहीं खा पाता है.
इस मामले को इस महीने के शुरू में चेन्नई में अमेरिका के गैर लाभकारी वाट्टीकुटी फाउंडेशन के द्विवार्षिक रोबोटिक शल्य चिकित्सा परिषद की बैठक में प्रस्तुत किया गया था.
स्टर्लिग अस्पताल के गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल शल्य चिकित्सक अपूर्व व्यास ने एक बयान में शुक्रवार को कहा, "चार हाथ वाले शल्य चिकित्सा रोबोट के इस्तेमाल से मैं सिलिएक धमनी
के मूल तक पहुंचने में सक्षम रहा, जहां मानव की उंगलियां नहीं पहुंच सकतीं."
व्यास ने कहा, "मैं मरीज के स्वास्थ्य लाभ को देखकर खुश हूं. वह शल्य चिकित्सा के बाद तीसरे दिन घर चला गया."
सिलिएक धमनी में दबाव को पाचन तंत्र के दिल के दौरे जैसे हालात से तुलना की जाती है.
इसमें मरीज जैसे ही खाना शुरू करता है, उसे बहुत तेज दर्द होता है. वह शरीर की जरूरत के मुताबिक नहीं खा पाता है.
इस मामले को इस महीने के शुरू में चेन्नई में अमेरिका के गैर लाभकारी वाट्टीकुटी फाउंडेशन के द्विवार्षिक रोबोटिक शल्य चिकित्सा परिषद की बैठक में प्रस्तुत किया गया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं