शिकागो:
मुम्बई हमले के एक प्रमुख साजिशकर्ता पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी, डेविड कोलमैन हेडली ने अपनी गवाही में कहा है कि वह आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा द्वारा 26 नवम्बर, 2008 को मुम्बई में किए गए नरसंहार से बहुत खुश था। किसी समय मित्र रहे पाकिस्तानी मूल के कनाडाई संदिग्ध तहव्वुर राणा के मुकदमे की सुनवाई में अभियोजन पक्ष के प्रमुख गवाह हेडली ने अपनी गवाही में मंगलवार को कहा कि उसे मुम्बई हमले के बारे में एक टेक्स्ट मैसेज के जरिए जानकारी मिली, जिसमें लिखा गया था कि टीवी खोलो। जब अभियोजक डेनियल कॉलिन्स ने पूछा कि उसे टीवी पर हमले की खबरें देख कर कैसा महसूस हुआ, तो हेडली ने कहा, "मैं बहुत खुश था।" हेडली ने कहा कि जब वह आठ दिसम्बर, 2008 को अमेरिका लौटने के बाद राणा से शिकागो में मिला था तो दोनों ने हमले पर चर्चा की थी। हेडली ने कहा, "मैंने उनसे कहा था, 'अब हम भारत के भी साथ हैं।" राणा ने कहा, "वे इसके हकदार हैं।" हेडली ने यह भी दावा किया कि उसने हमले से पांच महीने पहले ही राणा को आतंकवादी हमले की पूरी साजिश के बारे में बता दिया था, उस रणनीति के बारे में भी जिसके तहत किसी तरह के संघर्ष से बचने के लिए बंधकों को गोली मारने और बाद में उनके सिर धड़ से अलग करने की साजिश शामिल थी। हेडली के अनुसार, इस पर राणा ने कहा था, "गुड"। हेडली ने कॉलिन्स के एक सवाल के जवाब में कहा कि राणा (50) ने हमले से कई सप्ताह पूर्व यहां तक कि दुबई में अब्दुर रहमान हाशिम सैयद उर्फ पाशा से भी मुलाकात की थी। पाकिस्तानी सेना का सेवानिवृत्त मेजर, पाशा बम विस्फोटों का आरोपी है। हेडली ने राणा और साजिद मीर के साथ हुए अपने ईमेल आदान-प्रदान के बारे में भी बताया। साजिद मीर मुम्बई हमले का मुख्य सूत्रधार है और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का अधिकारी है। माना जाता है कि उसने ही हमले का निर्देश दिया था। हमले के बाद सईद ने ई-मेल के जरिए हेडली से यहां तक पूछा था कि राणा इस रक्तपात को देखकर आतंकित है या सहज है। हेडली ने कहा कि राणा "बहुत आराम से" था। अलबत्ता वह हेडली को धैर्य बंधाने की कोशिश कर रहा था, क्योंकि हेडली गिरफ्तार किए जाने को लेकर भयभीत था। ईमेल के अनुसार, राणा ने हेडली से कहा था कि उसे "अल्लाह के अलावा और किसी का डर नहीं है।"
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