'साहित्‍य'

- 36 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Edited by: सचिन झा शेखर |सोमवार जनवरी 15, 2024 06:02 AM IST
    मुनव्वर राणा का लखनऊ में 71 साल की उम्र में निधन हो गया. उर्दू शायरी की मशहूर शख्सियत रहे राणा की शायरी को पसंद करने वाले लोग दुनिया भर में हैं.
  • Blogs | प्रियदर्शन |गुरुवार अक्टूबर 6, 2022 11:28 PM IST
    तो यह ऐनी ऐरनॉ है- अपनी भूमिका में ही एक सिहरा देने वाला अनुभव देने वाली. जिस समय सबकुछ प्रकाश की रफ़्तार से गुज़रा जा रहा है, उस समय अतीत के कुएं और भविष्य के आसमान में झांकने वाली, काल की आंख में आंख डाल कर देखने वाली इस लेखिका से परिचय कराने के लिए नोबेल पुरस्कार समिति का शुक्रिया. वैसे इस समिति ने पहले भी कई महत्वपूर्ण लेखकों से परिचित कराया है. बड़े पुरस्कार यह काम करते हैं. वे लेखकों को बड़ा नहीं बनाते, मगर बड़े लेखकों को हमारे सामने ले आते हैं.
  • World | Edited by: वर्तिका |गुरुवार अक्टूबर 6, 2022 05:16 PM IST
    The Nobel Prize in Literature for 2022: फ्रांसीसी लेखक एनी एरनॉक्‍स  (Annie Ernaux) ने अपने लेखों में लगातार कई बिंदुओं से अपने जीवन को जांचा-परखा है.
  • World | Reported by: एएफपी |गुरुवार अक्टूबर 7, 2021 05:17 PM IST
    तंजानिया में जन्मे उपन्यासकार अब्दुलरजाक गुरनाह (Abdulrazak Gurnah)को साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिया गया है. स्‍वीडिश एकेडमी ने गुरुवार को इसका ऐलान किया.
  • Uttar Pradesh | Edited by: आनंद नायक |बुधवार सितम्बर 22, 2021 01:53 PM IST
    एटीएस के अनुसार, मौलाना इन मदरसों की आड़ में इंसानियत का पैगाम देने के बहानेलोगों को जन्‍नत और जहन्‍नुम जैसी बातों का भय दिखाकर वलालच देकर इस्‍लाम स्‍वीकार करने के लिए प्रेरित करता था.धर्मांतरण के लिए कलीम का खुल का लिखा साहित्‍य प्रयोग किया जाता था. यह साहित्‍य प्रिंट और ऑनलाइन दोनों रूप में उपलब्‍ध है. मौलाना करीम लोगों के बीच इस विश्‍वास को जागृत कर रहा था कि शरीयत के अनुसार बनी व्‍यवस्‍था ही न्‍याय दे सकती है. 
  • Faith | Written by: बबिता पंत |रविवार अक्टूबर 13, 2019 11:11 AM IST
    Valmiki Jayanti 2019: महर्षि वाल्‍मीकि (Maharishi Valmiki) ने संस्‍कृत साहित्‍य के पहले श्‍लोक की रचना की थी. संस्‍कृत साहित्‍य का यह पहला श्‍लोक रामायाण का भी पहला श्‍लोक बना.
  • Career | Written by: अर्चित गुप्ता |शनिवार सितम्बर 14, 2019 12:30 PM IST
    14 सितंबर को देश भर में हिंदी दिवस मनाया जाता है. भारत विभिन्‍न्‍ताओं वाला देश है. यहां हर राज्‍य की अपनी अलग सांस्‍कृतिक, राजनीतिक और ऐतिहासिक पहचान है. यही नहीं सभी जगह की बोली भी अलग है. इसके बावजूद हिंदी भारत में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है. यही वजह है कि राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी ने हिंदी को जनमानस की भाषा कहा था. उन्‍होंने 1918 में आयोजित हिंदी साहित्‍य सम्‍मेलन में हिंदी को राष्‍ट्र भाषा बनाने के लिए कहा था.  Hindi Diwas 2019 know Why Hindi isn't the national language
  • Blogs | प्रियदर्शन |बुधवार फ़रवरी 20, 2019 01:53 PM IST
    हिंदी की आलोचना परंपरा में जो चीज़ नामवर सिंह को विशिष्ट और अद्वितीय बनाती है, वह उनकी सर्वसुलभ सार्वजनिकता है. वे किन्हीं अध्ययन कक्षों में बंद और पुस्तकों में मगन अध्येता और विद्वान नहीं थे, वे सार्वजनिक विमर्श के हर औजार का जैसे इस्तेमाल करते थे. उन्होंने किताबें लिखीं, अख़बारों और पत्रिकाओं में लेख लिखे और साहित्यिक पत्रिकाओं का संपादन किया.
  • Blogs | रवीश कुमार |शनिवार जनवरी 26, 2019 12:08 AM IST
    एक किताब होती तो आपके लिए भी आसान होता लेकिन जब कोई लेखक रचते-रचते संसार में से संसार खड़ा कर देता है तब उस लेखक के पाठक होने का काम भी मुश्किल हो जाता है. आप एक किताब पढ़ कर उसके बारे में नहीं जान सकते हैं. जो लेखक लिखते लिखते समाज में अपने लिए जगह बनाता है, अंत में उसी के लिए समाज में जगह नहीं बचती है.
  • Blogs | सुधीर जैन |गुरुवार अक्टूबर 12, 2017 03:47 PM IST
    मोटे तौर पर साहित्य को हम कला का एक रूप मानते हैं. जिस तरह कला की समीक्षा के आधार नहीं बन पाए हैं, उसी तरह साहित्य की समीक्षा के लिए भी स्पष्‍ट आधार उपलब्ध नहीं हैं. एक अवधारणा रूपी आधार जरूर मिलता है कि कला का सौंदर्य पक्ष और उपयोगिता या उपादेयता वाला पक्ष देख लिया जाए.
और पढ़ें »
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com