'वैदिक विज्ञान'

- 6 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: भाषा |शुक्रवार मई 26, 2023 04:14 AM IST
    भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा कि भारत वैदिक काल से ही एक ज्ञानी समाज था जिसमें संस्कृति की भूमिका रही है. उन्होंने कहा कि गणित, चिकित्सा, तत्व विज्ञान, खगोल विज्ञान आदि विषय शामिल थे जो संस्कृत में लिखे गए थे. उन्होंने कहा कि ऐसी सभी शिक्षाएं देश में कई हजार साल बाद 'पश्चिमी वैज्ञानिकों द्वारा की गई खोजों' के रूप में वापस आईं.
  • India | Edited by: सूर्यकांत पाठक |गुरुवार मार्च 11, 2021 12:49 AM IST
    Coronavirus: तिरुमला (Tirumala) के एक वैदिक स्कूल में 57 छात्र कोविड-19 से पीड़ित पाए गए हैं. बुधवार को छात्रों की जांच की गई थी. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि तिरुमला तिरुपति देवस्थानम द्वारा शासित वेद विज्ञान पीठम के छात्रों को श्री वेंकटेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है और उनकी सेहत ठीक बताई जा रही है.
  • Career | Reported by: भाषा |सोमवार अक्टूबर 19, 2020 09:45 AM IST
    देश के पहले फुल वर्चुअल होम स्कूल 'सीज ग्लोबल इंस्टीटयूट' का रविवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Uttarakhand Chief Minister Trivendra Singh Rawat) ने उद्घाटन किया. उत्तराखंड से संचालित होने वाले पहले फुल वर्चुअल होम स्कूल के जरिए भारतीय ज्ञान परंपरा, वैदिक गणित, विज्ञान तथा भारतीय शास्त्रीय संगीत, संस्कृति, कला और परंपराओं को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी और संस्कृत को भी कैम्ब्रिज बोर्ड के माध्यम से संबद्ध विश्व भर के स्कूल पढ़ा पायेंगे.
  • Lifestyle | Agencies |गुरुवार अप्रैल 13, 2017 11:49 AM IST
    भारत में पहली बार फिस्ट्रोलॉजी थेरेपी को लांच किया गया है. वैदिक विज्ञान पर आधारित इस थेरेपी के जरिये बहुत सी गंभीर बीमारियों का इलाज संभव है. फिस्ट्रोलॉजी इस तथ्य पर आधारित है कि मानव शरीर ब्रह्मांड के प्रभाव के अधीन है और ग्रहों की गति व मानव शरीर व मस्तिष्क का परस्पर संबंध है. 'वैदिक ग्रेस फाउंडेशन' ने फिस्ट्रोलॉजी-एक वैदिक साइंस थेरेपी को पेश किया है. फिस्ट्रोलॉजी एक प्रमाणित वैदिक साइंस है जो हॉलैंड व आईडब्ल्यूओए जैसे देशों व संस्थाओं में उपयोग की जाती है.
  • Zara Hatke | शनिवार फ़रवरी 21, 2015 11:19 PM IST
    देश के जाने-माने वैज्ञानिक एवं भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख जी माधवन नायर ने कहा कि वेद के कुछ श्लोकों में चंद्रमा पर जल की मौजूदगी का जिक्र है और आर्यभट्ट जैसे खगोलविद् न्यूटन से भी कहीं पहले गुरुत्वाकर्षण बल के बारे में जानते थे।
  • India | रविवार जनवरी 4, 2015 11:36 PM IST
    'वैदिक युग में भारत में विमान ना सिर्फ एक से दूसरे देश, बल्कि एक दूसरे ग्रह से दूसरे ग्रह तक उड़ सकते थे, यही नहीं इन विमानों में रिवर्स गियर भी था, यानी वे उल्टा भी उड़ सकते।' 102वें साइंस कांग्रेस के दौरान वैदिक विमानन तकनीक पर अपने पर्चे में कैप्टन आनंद जे बोडास ने ये बातें कहीं।
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