भारतीय विज्ञान कांग्रेस के एक सत्र में विज्ञान को संस्कृत साहित्य के नजरिये से देखने की कोशिश हुई। अपने पर्चे के जरिये कैप्टन आनंद बोडास ने ये बताने की कोशिश की प्राचीन भारत में ऐसे विमान बन चुके थे, जो ना सिर्फ एक से दूसरे देश बल्कि दूसरे ग्रह पर भी जा सकते थे, हालांकि बोडास की इस थ्योरी के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं।