India | Edited by: मानस मिश्रा |मंगलवार अगस्त 6, 2019 02:55 PM IST अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के फैसले के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा की समीक्षा के लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और गृह सचिव राजीव गौबा श्रीनगर पहुंच गए हैं. वहीं योजना आयोग ने जानकारी दी है कि जम्मू-कश्मीर में तीन महीने का खाने-पीने का स्टॉक जमा कर दिया गया है. वहीं डोभाल और राजीव गौबा हर जानकारी केंद्र सरकार को दे रहे हैं. राज्य में पहले ही अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी. सोमवार रात राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सुरक्षा हालात की समीक्षा की है. उन्होंने किसी भी हालात से निपटने के लिए निरंतर सतर्कता बरतने और तैयारी की आवश्यकता पर ज़ोर दिया. साथ ही घाटी में बिजली, पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य सेवाओं समेत लोगों को विभिन्न सार्वजनिक सेवाओं की आवश्यक आपूर्ति और वितरण के बारे में जानकारी दी. जम्मू और श्रीनगर में लगातार धारा 144 लागू है. ऐसे में घाटी के ज़्यादातर शहरों में सड़कों पर सन्नाटा पसरा है. इक्का-दुक्का लोग नज़र आ रहे हैं. साथ ही बाज़ार भी बंद हैं. बड़ी संख्या में सुरक्षाबल की तैनाती है जो लगातार चप्पे-चप्पे पर नज़र बनाए हुए हैं. वहीं अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के फ़ैसले के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मुफ़्ती और उमर अब्दुल्ला को गिरफ़्तार किया गया है. पीडीपी नेता महबूबा मुफ़्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला की गिरफ़्तारी के बाद श्रीनगर के सरकारी गेस्ट हाउस में ले जाया गया है. कश्मीर में सुरक्षा जिस कदर बढ़ाई गई है उससे लगता है कि लॉक डाउन की स्थिति लंबी चलने वाली है