India | Translated by: विजय शंकर पांडेय |रविवार अप्रैल 21, 2024 05:34 PM IST ऐसा माना जाता है कि चिकित्सा के जनक, यूनानी चिकित्सक हिप्पोक्रेट्स ने लीवर की समस्याओं, नाक से खून बहने, विषाक्तता, संक्रामक रोगों और बुखार के लिए गधी का दूध निर्धारित किया था.