42 साल के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने मैंगलुरु में 'डोंकी मिल्क फार्म' खोलने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी है. कभी आईटी क्षेत्र में कार्यरत श्रीनिवास गौड़ा ने इस फर्म की स्थापना के लिए 42 लाख रुपये का निवेश किया है. गौड़ा का मानना है कि गधे के दूध के औषधीय फायदे हैं और वह इसे सभी के लिए उपलब्ध कराना चाहते हैं. अपने खेत के बारे में बात करते हुए, गौड़ा ने कहा, "मैं पहले 2020 तक एक सॉफ्टवेयर फर्म में कार्यरत था. यह भारत और कर्नाटक का पहला गधा पालन और प्रशिक्षण केंद्र है." (Video Credit: ANI)