इंजीनियरिंग में महिलाएं
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सेना में महिलाओं का इतिहास: 2008 में दो ब्रांच में मिला था स्थायी कमीशन, कमांड रोल तो मिला पर कॉम्बेट अब भी नहीं
- Monday February 17, 2020
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: नितेश श्रीवास्तव |
साल 2008 में सेना की दो ब्रांच में उन्हें स्थायी कमीशन दिया गया. जिसमें जज एडवोकेट जनरल और आर्मी एजुकेशन कोर शामिल हैं. आज के फैसले के बाद अब महिलाओं को 10 ब्रांच में स्थायी कमीशन मिलेगा, जिनमें आर्मी एविएशन कोर, सिग्नल, इंजीनियरिंग, आर्मी एयर डिफेंस, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, आर्मी सर्विस कोर, आर्मी ऑर्डिनस और इंटेलिजेंस शामिल हैं.
- ndtv.in
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महिलाएं क्यों छोड़ देती हैं इंजीनियरिंग का पेशा?
- Thursday June 16, 2016
- Reported by: भाषा |
इंजीनियर बनने के सपने के साथ कॉलेजों में दाखिला लेने वाली महिलाएं पुरुषों की तुलना में कम ही इस पेशे में बनी रह पाती हैं, क्योंकि वह खुद को अलग-थलग महसूस करने लगती हैं खासकर इंटर्नशिप या टीम आधारित शैक्षिक गतिविधियों के दौरान।
- ndtv.in
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सेना में महिलाओं का इतिहास: 2008 में दो ब्रांच में मिला था स्थायी कमीशन, कमांड रोल तो मिला पर कॉम्बेट अब भी नहीं
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- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: नितेश श्रीवास्तव |
साल 2008 में सेना की दो ब्रांच में उन्हें स्थायी कमीशन दिया गया. जिसमें जज एडवोकेट जनरल और आर्मी एजुकेशन कोर शामिल हैं. आज के फैसले के बाद अब महिलाओं को 10 ब्रांच में स्थायी कमीशन मिलेगा, जिनमें आर्मी एविएशन कोर, सिग्नल, इंजीनियरिंग, आर्मी एयर डिफेंस, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, आर्मी सर्विस कोर, आर्मी ऑर्डिनस और इंटेलिजेंस शामिल हैं.
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- Thursday June 16, 2016
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इंजीनियर बनने के सपने के साथ कॉलेजों में दाखिला लेने वाली महिलाएं पुरुषों की तुलना में कम ही इस पेशे में बनी रह पाती हैं, क्योंकि वह खुद को अलग-थलग महसूस करने लगती हैं खासकर इंटर्नशिप या टीम आधारित शैक्षिक गतिविधियों के दौरान।
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