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दिल्ली: दंगाइयों ने गर्भवती महिला के पेट में मारी लात, घर में लगाई आग, फिर भी दिया बच्चे को जन्म, लोग बोले- 'चमत्कारी बच्चा'
- Friday February 28, 2020
- Reported by: भाषा
गर्भवती शबाना परवीन के लिए सोमवार की रात खौफभरी रात बन गई थी. उन्हीं के सामने उनके पति को पीटा जा रहा था, दंगाइयों ने शबाना के पेट पर भी लातें मारीं, उन्हें बचाने आईं उनकी सास पर भी हमला किया गया, और आखिरकार उनके घर को आग के हवाले कर खाक कर दिया गया.
- ndtv.in
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भीड़ की ऐसी हिंसा की घटनाएं थम क्यों नहीं रहीं?
- Tuesday June 25, 2019
- रवीश कुमार
एक मिनट के लिए भूल जाइये कि मार खाने वाला तबरेज़ और मारने वाला पप्पू मंडल है. मारने का वीडियो बनाने और भीड़ का खड़े होकर तमाशा देखने वालों को भी भूल जाइये. अब आप याद कीजिए ऐसे कितने वीडियो आप देख चुके होंगे, कहीं कोई मास्टर स्कूल के छात्र को मार रहा है तो कहीं मां बाप ही मिलकर अपने बच्चों का जला रहे हैं क्योंकि उन्होंने अपनी मर्जी से जाति तोड़ कर शादी कर ली है. हर तरह के वीडियो से आप सामान्य हो चुके हैं. फिर किससे उम्मीद की जाए कि वह इन वीडियो को देखकर बेचैन हो जाएगा. होता उल्टा है.
- ndtv.in
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PM की रैली के बाद पथराव में मरने वाले कॉन्स्टेबल के बेटे का दर्द: पुलिस खुद की सुरक्षा नहीं कर सकती, उनसे क्या उम्मीद करें?
- Sunday December 30, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर (Ghazipur) में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली (PM Narendra Modi Ghazipur Rally) के बाद उग्र भीड़ के पुलिस टीम पर पथराव (PM Narendra Modi Ghazipur Rally) में एक सिपाही की मौत हो गई, जबकि दो पुलिसकर्मी ज़ख़्मी हुए हैं. इस मामले में अब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलसि ने कॉन्स्टेबल की मौत के मामले (Ghazipur Violence) में 32 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है. वहीं, मृतक कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स के बेटे वीपी सिंह ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर ही सवाल उठा दिए. बताया जा रहा है कि पुलिस कॉन्स्टेबल की मौत निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा कथिततौर पर पत्थरबाजी से हुई है.
- ndtv.in
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Ghazipur Violence: पीएम मोदी की रैली के बाद UP के गाजीपुर में प्रदर्शनकारियों के पथराव में पुलिसकर्मी की मौत
- Saturday December 29, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
गाजीपुर (Ghazipur Violence) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली (PM Modi Rally) के बाद लौट रहे वाहनों पर हुए पथराव में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई. वहीं, दो पुलिसकर्मी इसमें ज़ख़्मी हुए हैं. सुरेश वत्स (Suresh Vats) नाम का ये कांस्टेबल स्थानीय नोनहारा पुलिस स्टेशन पर तैनात था. शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी की रैली स्थल पर उसकी ड्यूटी लगी थी. सुरेश वत्स और उनकी टीम जब वापस लौट रही थी तो रास्ते में निषाद समुदाय के लोग आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस टीम ने लोगों को रास्ते से हटाने की कोशिश की, तो भीड़ ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिसमें कांस्टेबल सुनील वत्स की मौत हो गई.
- ndtv.in
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गोरक्षा के नाम पर हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, संसद कानून बनाए, जिसमें भीड़ द्वारा हत्या के लिए सज़ा का प्रावधान हो
- Tuesday July 17, 2018
- Reported by: आशीष भार्गव
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कोई नागरिक अपने हाथ में कानून नहीं ले सकता. ये राज्य सरकारों का फर्ज है कि वो कानून व्यस्था बनाये रखें.
- ndtv.in
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दिल्ली: दंगाइयों ने गर्भवती महिला के पेट में मारी लात, घर में लगाई आग, फिर भी दिया बच्चे को जन्म, लोग बोले- 'चमत्कारी बच्चा'
- Friday February 28, 2020
- Reported by: भाषा
गर्भवती शबाना परवीन के लिए सोमवार की रात खौफभरी रात बन गई थी. उन्हीं के सामने उनके पति को पीटा जा रहा था, दंगाइयों ने शबाना के पेट पर भी लातें मारीं, उन्हें बचाने आईं उनकी सास पर भी हमला किया गया, और आखिरकार उनके घर को आग के हवाले कर खाक कर दिया गया.
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भीड़ की ऐसी हिंसा की घटनाएं थम क्यों नहीं रहीं?
- Tuesday June 25, 2019
- रवीश कुमार
एक मिनट के लिए भूल जाइये कि मार खाने वाला तबरेज़ और मारने वाला पप्पू मंडल है. मारने का वीडियो बनाने और भीड़ का खड़े होकर तमाशा देखने वालों को भी भूल जाइये. अब आप याद कीजिए ऐसे कितने वीडियो आप देख चुके होंगे, कहीं कोई मास्टर स्कूल के छात्र को मार रहा है तो कहीं मां बाप ही मिलकर अपने बच्चों का जला रहे हैं क्योंकि उन्होंने अपनी मर्जी से जाति तोड़ कर शादी कर ली है. हर तरह के वीडियो से आप सामान्य हो चुके हैं. फिर किससे उम्मीद की जाए कि वह इन वीडियो को देखकर बेचैन हो जाएगा. होता उल्टा है.
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- Sunday December 30, 2018
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उत्तर प्रदेश के गाजीपुर (Ghazipur) में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली (PM Narendra Modi Ghazipur Rally) के बाद उग्र भीड़ के पुलिस टीम पर पथराव (PM Narendra Modi Ghazipur Rally) में एक सिपाही की मौत हो गई, जबकि दो पुलिसकर्मी ज़ख़्मी हुए हैं. इस मामले में अब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलसि ने कॉन्स्टेबल की मौत के मामले (Ghazipur Violence) में 32 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है. वहीं, मृतक कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स के बेटे वीपी सिंह ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर ही सवाल उठा दिए. बताया जा रहा है कि पुलिस कॉन्स्टेबल की मौत निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा कथिततौर पर पत्थरबाजी से हुई है.
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Ghazipur Violence: पीएम मोदी की रैली के बाद UP के गाजीपुर में प्रदर्शनकारियों के पथराव में पुलिसकर्मी की मौत
- Saturday December 29, 2018
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गाजीपुर (Ghazipur Violence) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली (PM Modi Rally) के बाद लौट रहे वाहनों पर हुए पथराव में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई. वहीं, दो पुलिसकर्मी इसमें ज़ख़्मी हुए हैं. सुरेश वत्स (Suresh Vats) नाम का ये कांस्टेबल स्थानीय नोनहारा पुलिस स्टेशन पर तैनात था. शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी की रैली स्थल पर उसकी ड्यूटी लगी थी. सुरेश वत्स और उनकी टीम जब वापस लौट रही थी तो रास्ते में निषाद समुदाय के लोग आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस टीम ने लोगों को रास्ते से हटाने की कोशिश की, तो भीड़ ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिसमें कांस्टेबल सुनील वत्स की मौत हो गई.
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गोरक्षा के नाम पर हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, संसद कानून बनाए, जिसमें भीड़ द्वारा हत्या के लिए सज़ा का प्रावधान हो
- Tuesday July 17, 2018
- Reported by: आशीष भार्गव
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कोई नागरिक अपने हाथ में कानून नहीं ले सकता. ये राज्य सरकारों का फर्ज है कि वो कानून व्यस्था बनाये रखें.
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