'Vichaar page'

- 31 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Blogs | क्रांति संभव |शनिवार सितम्बर 17, 2016 12:19 PM IST
    शुरुआत में दबे-कुचले स्वर में आज्ञाकारी पुत्र जैसे साउंडबाइट देते अखिलेश बाद में मुखर भी हुए तो भी बलात्कारियों का बचाव करते बयान नहीं सुने, अपने सहयोगियों को चोर कहते नहीं सुना. मायावती की चुटकी भी बुआ कहते हुए ही सुनी है. तो ऐसे विनम्रता से विद्रोह करने वाले अखिलेश दबे कुचले बेटों के लिए एक पायनियर बने हैं.
  • Blogs | डॉ विजय अग्रवाल |बुधवार सितम्बर 21, 2016 03:57 PM IST
    हमारे देश में हिन्दी की जो आज दुर्गति है, वह सिर्फ और सिर्फ इस अंग्रेजी के ही कारण है. अंग्रेजी की इस अमरबेल को हटा दीजिए, हिन्दी के साथ-साथ सारी भारतीय भाषायें हरहरा उठेंगी.
  • Blogs | राकेश कुमार मालवीय |बुधवार सितम्बर 21, 2016 03:59 PM IST
    एक वह दौर था जब बच्चे अंग्रेजी में पास होने के लिए अपने 17 नंबरों को निबंध, आवेदन और सवालों से जोड़ लिया करते थे उसमें भी हम कभी ‘वंडर ऑफ साइंस’ और ‘अवर नेशनल लीडर महात्मा गांधी’ से ज्यादा कुछ नहीं सोच पाए, शहरी परिवेश में अब स्कूली शिक्षा में हिन्दी का ठीक वही हाल हो रहा है जो कभी इस तरह की अंग्रेजी का था.
  • Blogs | नीता शर्मा |रविवार सितम्बर 11, 2016 12:29 PM IST
    इस नए कश्मीर में राष्ट्रीय मीडिया को भी दुश्मन की निगाह से देखा जा रहा है. आप रिपोर्ट करो लेकिन सिर्फ़ 'हमारे कश्मीर' के बारे मे. दूसरी तरफ़ का नहीं, अगर दूसरी तरफ़ की करोगे तो आप को भी बख्सा नहीं जाएगा.
  • Blogs | क्रांति संभव |सोमवार अगस्त 8, 2016 11:13 AM IST
    खारदुंग-ला...एक ऐसा नाम जो जून-जुलाई-अगस्त में इंडिया में 'वर्ल्ड-फ़ेमस' हो जाता है. इतने साल के बाद पता लगा कि खारदुंग-ला तो दुनिया का सबसे ऊंचा मोटरेबल पास है ही नहीं. यह जानकारी स्थानीय लोगों ने भी दी.
  • Blogs | नीलांशु शुक्ला |शुक्रवार अगस्त 5, 2016 12:22 PM IST
    2012 में यूपी में अखिलेश सरकार बनने के बाद गृह मंत्रालय के मुताबिक़ 50 से ज़्यादा साम्प्रदायिक दंगे हुए हैं जिनमें सैकड़ों लोगों की मौत हुई है. एनसीआरबी के मुताबिक़ हर 45 घंटे में प्रदेश के किसी हिस्से में एक पुलिस वाले के साथ मारपीट की जाती है.
  • Blogs | Rakesh Kumar Malviya |रविवार जून 12, 2016 11:16 AM IST
    कुछ परिस्थितियां हमें दिखाई नहीं देती, कुछ देखना नहीं चाहते, और कुछ के इतने आदी हो जाते हैं कि वह हमें असामान्य दिखाई ही नहीं देती। बच्चों से जुड़े सारे मुद्दों के हालात ही ऐसे हैं जिन पर समाज में बहुत कम संवाद हैं।
  • Blogs | Rakesh Kumar Malviya |शुक्रवार जून 10, 2016 05:26 PM IST
    हमारी सरकारी व्यवस्थाओं का हाल देखिये, देखिये कि कैसे यह जन कल्याण की बेहद महत्वपूर्ण व्यवस्थाएं नाकारा हो रही हैं या...इन्हें नाकारा बनाया जा रहा है? इसकी जवाबदेही कौन लेगा?
  • Blogs | Sudhir Jain |रविवार मई 29, 2016 05:30 PM IST
    अपने दो साल की उपलब्धियों का प्रचार करने में सरकार ने पूरी ज़ान लगा दी। कई क्षेत्रों के कलाकारों के जरिए इसे देशव्यापी बनाने की कोशिश हुई। जब तक कोई नई उम्मीद नहीं जगती, ऐसे आयोजन सबसे अच्छा विकल्प हैं।
  • Blogs | Mihir Bholey |गुरुवार मई 19, 2016 04:32 PM IST
    सीरिया से मिलने वाली ख़बरें दिल दहला देने वाली हैं। हमारी आँखों के सामने एक सभ्यता का विनाश जारी है। सीरिया कोई सामान्य देश नहीं, विश्व सभ्यता के इतिहास की एक धरोहर है जिसकी परम्परा हमें यहूदियत, ईसाइयत और इस्लाम के पहले ले जाती है।
और पढ़ें »
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com