Us Missile Defence
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विवेक रामास्वामी ने अमेरिका में इजराइल की तरह आयरन डोम रक्षा प्रणाली की जरूरत जताई
- Saturday October 21, 2023
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
अमेरिका (US) में राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार विवेक रामास्वामी (Vivek Ramaswamy) ने कहा है कि विदेशी खतरों से बचाने के लिए अमेरिका के पास इजरायली आयरन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली (Iron Dome missile defence system) का अपना वर्जन होना चाहिए. भारतीय मूल के अरबपति का मानना है कि रूस जैसे देशों की उन्नत मिसाइल क्षमताओं को देखते हुए ऐसी प्रणाली मातृभूमि की रक्षा के लिए जरूरी हैं.
- ndtv.in
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Joe Biden भारत-रूस की S-400 डील बनाएंगे आसान, CAATSA प्रतिबंधों की छूट में लाएंगे तेजी : रो खन्ना
- Wednesday August 10, 2022
- Reported by: भाषा, Edited by: वर्तिका
अमेरिका-भारत (US-India) संबंध पहले कभी इतने महत्वपूर्ण नहीं रहे. जब आप एक विस्तारवादी चीन (China) को विस्तारवादी रूस (Russia) के साथ देखते हैं, तो मुझे लगता है कि यह 21वीं सदी के संबंधों को नया आयाम देने जा रहा है.
- ndtv.in
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China, Pakistan के खतरे के सामने India खड़ी करेगा 'S-400 की दीवार' : US खुफिया रिपोर्ट ने बताया कब हो रही तैनाती
- Wednesday May 18, 2022
- Edited by: वर्तिका
भारत (India) को S-400 वायु रक्षा तंत्र की शुरुआती डिलीवरी पिछले साल दिसंबर में मिली. भारत इसका इस्तेमाल जून 2022 तक पाकिस्तानी (Pakistan) और चीनी (China) खतरे से निपटने के लिए करना चाहता है." - अमेरिका
- ndtv.in
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Russia ने India को बताया S-400 मिसाइल की आपूर्ति पर US के प्रतिबंधों का क्या असर पड़ेगा?
- Thursday March 3, 2022
- Edited by: वर्तिका
रूस ने कहा है कि S-400 सौदे पर हम आश्वस्त कर दें कि इस पर किसी भी तरीके से प्रतिबंधों का कोई असर नहीं पड़ेगा, यह 100 फीसदी आश्वासन है.
- ndtv.in
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'भारत को प्रतिबंधों में दें छूट", रूस से S-400 की डील पर US सांसदों की राष्ट्रपति जो बाइडेन से अपील
- Wednesday October 27, 2021
- Edited by: प्रमोद कुमार प्रवीण
भारत ने लंबी अवधि की सुरक्षा जरूरतों के लिए 5 अक्टूबर, 2019 को नई दिल्ली में 19वें भारत-रूस वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के दौरान सतह से हवा में मार करने वाली पांच S-400 मिसाइल प्रणालियों की खरीद के लिए रूस के साथ 5.43 बिलियन अमरीकी डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किया था.
- ndtv.in
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रूस से S-400 खरीदना भारत के लिए खड़ा कर सकता है 'मुश्किल', अमेरिकी पाबंदियों की चेतावनी : रिपोर्ट
- Tuesday January 5, 2021
- Reported by: भाषा
भारत ने इस मिसाइल प्रणाली के लिए रूस को 2019 में 80 करोड डॉलर की पहली किश्त का भुगतान किया. एस-400 रूस की सबसे उन्नत लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल के रूप में जानी जाती है. पिछले महीने रूस ने कहा था कि अमेरिकी पाबंदियों की धमकी के बावजूद एस-400 मिसाइल प्रणाली की पहले खेप की आपूर्ति समेत वर्तमान रक्षा सौदों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है.
- ndtv.in
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हथियार खरीदने में भारत की मदद के लिए तैयार अमेरिका, पर रखी एक खास शर्त
- Friday June 14, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
‘एस-400’ रूस का सबसे आधुनिक सतह से हवा तक लंबी दूरी वाला मिसाइल रक्षा तंत्र है. चीन 2014 में इस तंत्र की खरीद के लिए सरकार से सरकार के बीच करार करने वाला पहला देश बन गया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच पिछले वर्ष अक्टूबर में अनेक मुद्दों पर विचार विमर्श के बाद भारत और रूस के बीच पांच अरब डॉलर में ‘एस-400’ हवाई रक्षा तंत्र खरीद सौदे पर हस्ताक्षर हुए थे. विदेश मंत्रालय की विशेष अधिकारी एलिस जी वेल्स ने एशिया, प्रशांत एवं परमाणु अप्रसार के लिए विदेश मामलों में सदन की उपसमिति को बताया कि अमेरिका अब किसी अन्य देश के मुकाबले भारत के साथ सबसे अधिक सैन्य अभ्यास करता है.
- ndtv.in
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अमेरिकी प्रक्षेपास्त्र रक्षा प्रणाली का परीक्षण नाकाम : पेंटागन
- Saturday July 6, 2013
- AFP
अमेरिका की प्रक्षेपास्त्र रक्षा प्रणाली प्रशांत महासागर के ऊपर किए गए परीक्षण में नाकाम रही, क्योंकि इंटरसेप्टर सामने से आ रहे बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र को निशाना नहीं बना पाया।
- ndtv.in
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विवेक रामास्वामी ने अमेरिका में इजराइल की तरह आयरन डोम रक्षा प्रणाली की जरूरत जताई
- Saturday October 21, 2023
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
अमेरिका (US) में राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार विवेक रामास्वामी (Vivek Ramaswamy) ने कहा है कि विदेशी खतरों से बचाने के लिए अमेरिका के पास इजरायली आयरन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली (Iron Dome missile defence system) का अपना वर्जन होना चाहिए. भारतीय मूल के अरबपति का मानना है कि रूस जैसे देशों की उन्नत मिसाइल क्षमताओं को देखते हुए ऐसी प्रणाली मातृभूमि की रक्षा के लिए जरूरी हैं.
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Joe Biden भारत-रूस की S-400 डील बनाएंगे आसान, CAATSA प्रतिबंधों की छूट में लाएंगे तेजी : रो खन्ना
- Wednesday August 10, 2022
- Reported by: भाषा, Edited by: वर्तिका
अमेरिका-भारत (US-India) संबंध पहले कभी इतने महत्वपूर्ण नहीं रहे. जब आप एक विस्तारवादी चीन (China) को विस्तारवादी रूस (Russia) के साथ देखते हैं, तो मुझे लगता है कि यह 21वीं सदी के संबंधों को नया आयाम देने जा रहा है.
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China, Pakistan के खतरे के सामने India खड़ी करेगा 'S-400 की दीवार' : US खुफिया रिपोर्ट ने बताया कब हो रही तैनाती
- Wednesday May 18, 2022
- Edited by: वर्तिका
भारत (India) को S-400 वायु रक्षा तंत्र की शुरुआती डिलीवरी पिछले साल दिसंबर में मिली. भारत इसका इस्तेमाल जून 2022 तक पाकिस्तानी (Pakistan) और चीनी (China) खतरे से निपटने के लिए करना चाहता है." - अमेरिका
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Russia ने India को बताया S-400 मिसाइल की आपूर्ति पर US के प्रतिबंधों का क्या असर पड़ेगा?
- Thursday March 3, 2022
- Edited by: वर्तिका
रूस ने कहा है कि S-400 सौदे पर हम आश्वस्त कर दें कि इस पर किसी भी तरीके से प्रतिबंधों का कोई असर नहीं पड़ेगा, यह 100 फीसदी आश्वासन है.
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'भारत को प्रतिबंधों में दें छूट", रूस से S-400 की डील पर US सांसदों की राष्ट्रपति जो बाइडेन से अपील
- Wednesday October 27, 2021
- Edited by: प्रमोद कुमार प्रवीण
भारत ने लंबी अवधि की सुरक्षा जरूरतों के लिए 5 अक्टूबर, 2019 को नई दिल्ली में 19वें भारत-रूस वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के दौरान सतह से हवा में मार करने वाली पांच S-400 मिसाइल प्रणालियों की खरीद के लिए रूस के साथ 5.43 बिलियन अमरीकी डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किया था.
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रूस से S-400 खरीदना भारत के लिए खड़ा कर सकता है 'मुश्किल', अमेरिकी पाबंदियों की चेतावनी : रिपोर्ट
- Tuesday January 5, 2021
- Reported by: भाषा
भारत ने इस मिसाइल प्रणाली के लिए रूस को 2019 में 80 करोड डॉलर की पहली किश्त का भुगतान किया. एस-400 रूस की सबसे उन्नत लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल के रूप में जानी जाती है. पिछले महीने रूस ने कहा था कि अमेरिकी पाबंदियों की धमकी के बावजूद एस-400 मिसाइल प्रणाली की पहले खेप की आपूर्ति समेत वर्तमान रक्षा सौदों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है.
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हथियार खरीदने में भारत की मदद के लिए तैयार अमेरिका, पर रखी एक खास शर्त
- Friday June 14, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
‘एस-400’ रूस का सबसे आधुनिक सतह से हवा तक लंबी दूरी वाला मिसाइल रक्षा तंत्र है. चीन 2014 में इस तंत्र की खरीद के लिए सरकार से सरकार के बीच करार करने वाला पहला देश बन गया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच पिछले वर्ष अक्टूबर में अनेक मुद्दों पर विचार विमर्श के बाद भारत और रूस के बीच पांच अरब डॉलर में ‘एस-400’ हवाई रक्षा तंत्र खरीद सौदे पर हस्ताक्षर हुए थे. विदेश मंत्रालय की विशेष अधिकारी एलिस जी वेल्स ने एशिया, प्रशांत एवं परमाणु अप्रसार के लिए विदेश मामलों में सदन की उपसमिति को बताया कि अमेरिका अब किसी अन्य देश के मुकाबले भारत के साथ सबसे अधिक सैन्य अभ्यास करता है.
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अमेरिकी प्रक्षेपास्त्र रक्षा प्रणाली का परीक्षण नाकाम : पेंटागन
- Saturday July 6, 2013
- AFP
अमेरिका की प्रक्षेपास्त्र रक्षा प्रणाली प्रशांत महासागर के ऊपर किए गए परीक्षण में नाकाम रही, क्योंकि इंटरसेप्टर सामने से आ रहे बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र को निशाना नहीं बना पाया।
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