Khudiram Bose
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जेल में शिक्षा का उजाला! मुजफ्फरपुर में सजायाफ्ता कैदियों के लिए शुरू हुई 'संध्या पाठशाला'
- Saturday September 6, 2025
जेल प्रशासन द्वारा ‘संध्या पाठशाला’ की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य है उन बंदियों को शिक्षा से जोड़ना जो वर्षों से जेल में रहकर शिक्षा से वंचित हो गए हैं. यह पहल न केवल उनके मानसिक विकास में सहायक होगी, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और जागरूक नागरिक बनने की दिशा में भी प्रेरित करेगी.
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स्मृति शेष : जब एक किशोर क्रांतिकारी हाथ में गीता लिए फांसी के फंदे पर झूल गया
- Monday August 11, 2025
अंग्रेज सरकार उनकी निडरता और वीरता से इस कदर आतंकित थी कि उनकी कम उम्र के बावजूद उन्हें फांसी की सजा सुनाई गयी. यह साहसी किशोर हाथ में गीता लेकर ख़ुशी-ख़ुशी फांसी चढ़ गया.
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11 अगस्त : जब एक किशोर क्रांतिकारी हाथ में गीता लिए फांसी के फंदे पर झूल गया
- Wednesday August 11, 2021
Khudiram Bose : खुदीराम की लोकप्रियता का यह आलम था कि उनको फांसी दिए जाने के बाद बंगाल के जुलाहे एक खास किस्म की धोती बुनने लगे, जिसकी किनारी पर खुदीराम लिखा होता था और बंगाल के नौजवान बड़े गर्व से वह धोती पहनकर आजादी की लड़ाई में कूद पड़े.
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शहीद खुदीराम बोस की जन्मतिथि पर कुमार विश्वास ने लिखा, ''वह फांसी के फंदे तक झूमता हुआ आया, उसका चेहरा...''
- Tuesday December 3, 2019
कुमार विश्वास ने अपने ट्वीट में लिखा है"12 अगस्त 1908 के अखबारों ने छापा कि 'कल सुबह 6 बजे उसे फाँसी दे दी गई। वह फाँसी के फंदे तक झूमता हुआ आया। उसका चेहरा खिला हुआ था और वह मुस्कुराता हुए फाँसी पर चढ़ गया।' स्वतंत्रता संग्राम के उस निडर महानायक शहीद खुदीराम बोस जी की जन्मतिथि पर उन्हें प्रणाम"
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जेल में शिक्षा का उजाला! मुजफ्फरपुर में सजायाफ्ता कैदियों के लिए शुरू हुई 'संध्या पाठशाला'
- Saturday September 6, 2025
जेल प्रशासन द्वारा ‘संध्या पाठशाला’ की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य है उन बंदियों को शिक्षा से जोड़ना जो वर्षों से जेल में रहकर शिक्षा से वंचित हो गए हैं. यह पहल न केवल उनके मानसिक विकास में सहायक होगी, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और जागरूक नागरिक बनने की दिशा में भी प्रेरित करेगी.
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अंग्रेज सरकार उनकी निडरता और वीरता से इस कदर आतंकित थी कि उनकी कम उम्र के बावजूद उन्हें फांसी की सजा सुनाई गयी. यह साहसी किशोर हाथ में गीता लेकर ख़ुशी-ख़ुशी फांसी चढ़ गया.
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11 अगस्त : जब एक किशोर क्रांतिकारी हाथ में गीता लिए फांसी के फंदे पर झूल गया
- Wednesday August 11, 2021
Khudiram Bose : खुदीराम की लोकप्रियता का यह आलम था कि उनको फांसी दिए जाने के बाद बंगाल के जुलाहे एक खास किस्म की धोती बुनने लगे, जिसकी किनारी पर खुदीराम लिखा होता था और बंगाल के नौजवान बड़े गर्व से वह धोती पहनकर आजादी की लड़ाई में कूद पड़े.
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शहीद खुदीराम बोस की जन्मतिथि पर कुमार विश्वास ने लिखा, ''वह फांसी के फंदे तक झूमता हुआ आया, उसका चेहरा...''
- Tuesday December 3, 2019
कुमार विश्वास ने अपने ट्वीट में लिखा है"12 अगस्त 1908 के अखबारों ने छापा कि 'कल सुबह 6 बजे उसे फाँसी दे दी गई। वह फाँसी के फंदे तक झूमता हुआ आया। उसका चेहरा खिला हुआ था और वह मुस्कुराता हुए फाँसी पर चढ़ गया।' स्वतंत्रता संग्राम के उस निडर महानायक शहीद खुदीराम बोस जी की जन्मतिथि पर उन्हें प्रणाम"
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