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Chandrayaan 2 Rover Name

'Chandrayaan 2 Rover Name' - 5 News Result(s)
  • Chandrayaan 2: आनंद महिंद्रा ने कहा- हर भारतीय चंद्रयान-2 की धड़कन को महसूस कर सकता है

    Chandrayaan 2: आनंद महिंद्रा ने कहा- हर भारतीय चंद्रयान-2 की धड़कन को महसूस कर सकता है

    chandrayaan: भारत के मून लैंडर विक्रम से उस समय संपर्क टूट गया, जब वह शनिवार तड़के चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ रहा था. इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने बताया, 'संपर्क उस समय टूटा, जब विक्रम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले स्थान से 2.1 किलोमीटर दूर रह गया था. अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है.' इस खबर से जहां इसरो के वैज्ञानिकों में निराशा देखने को मिली, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है.

  • Chandrayaan 2 : क्‍या है 'विक्रम' लैंडर? चंद्रमा की सतह पर ये कैसे उतरेगा?

    Chandrayaan 2 : क्‍या है 'विक्रम' लैंडर? चंद्रमा की सतह पर ये कैसे उतरेगा?

    अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने 'विक्रम' लैंडर की विस्‍तृत जानकारी एक वीडियो के रूप में अपने ट्विटर पेज पर शेयर किया है. उस वीडियो में बताया गया है कि चांद की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग' सुनिश्चित करने के लिए मशीन में तीन कैमरे-लैंडर पोजीशन डिटेक्शन कैमरा, लैंडर होरिजोंटल विलोसिटी कैमरा और लैंडर हजार्डस डिटेक्शन एंड अवोयडेंस कैमरा लगे हैं. इसके साथ दो के.ए. बैंड-अल्टीमीटर-1 और अल्टीमीटर-2 हैं. वीडियो में बताया गया है कि लैंडर के चांद की सतह को छूने के साथ ही इसरो चेस्ट, रंभा और इल्सा नाम के तीन उपकरणों की तैनाती करेगा.

  • चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव ही क्यों चुना भारत ने चंद्रयान-2 उतारने के लिए

    चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव ही क्यों चुना भारत ने चंद्रयान-2 उतारने के लिए

    वैज्ञानिक उपकरणों से लैस और देश का गौरव बन चुके लैंडर 'विक्रम' तथा रोवर 'प्रज्ञान' अब चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की ओर बढ़ रहे हैं, जो अब तक कतई अनजान जगह है. चीन का मिशन चंद्रमा की सतह के सबसे उत्तरी छोर की तरफ गया था, और अपोलो मिशन समेत ज़्यादातर अमेरिकी मिशनों में लैंडिंग चंद्रमा के भूमध्य क्षेत्र में की गई. अब भारत चाहता है कि दक्षिणी ध्रुव के निकट चंद्रमा की सतह को परखे.

  • Chandrayaan-2 : किसान के बेटे और सरकारी स्कूल से पढ़े वैज्ञानिक ने दिया मिशन चंद्रयान-2 को अंजाम

    Chandrayaan-2 : किसान के बेटे और सरकारी स्कूल से पढ़े वैज्ञानिक ने दिया मिशन चंद्रयान-2 को अंजाम

    चांद पर पहुंचने के भारत के सपने के पीछे जो ख़ास लोग हैं उनमें प्रमुख हैं डॉ के सिवन जो एक किसान के बेटे और एक कामयाब ऐरोनॉटिकल इंजीनियर हैं. डॉ के सिवन इसरो के चेयरमैन होने के नाते इस अभियान की अगुवाई कर रहे हैं. उन्हें भारत का रॉकेट मैन भी कहा जाता है. अंतरिक्ष में एक साथ 104 सैटलाइट छोड़कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में उनकी बड़ी भूमिका रही है. मिशन चंद्रयान-2 के हर पल पर नजर रख रहे के सिवन ने एनडीटीवी से कहा, मैं एक ग़रीब घर से आता हूं, मेरा परिवार किसानी करता है. मैं तमिल मीडियम में सरकारी स्कूल से पढ़ा हूं.  

  • Chandrayaan-2 Updates : पीएम मोदी ने कहा, 'यह छोटी कामयाबी नहीं है, पूरा देश आप पर गर्व करता है'

    Chandrayaan-2 Updates : पीएम मोदी ने कहा, 'यह छोटी कामयाबी नहीं है, पूरा देश आप पर गर्व करता है'

    Chandrayaan 2: भारत के महत्‍वाकांक्षी मून मिशन चंद्रयान 2 के चांद पर उतरने को लेकर सस्‍पेंस बन गया है. फिलहाल इसरो ने बताया कि विक्रम लैंडर से उनका संपर्क टूट गया है. इसरो ने बताया कि चांद से 2.1 किमी दूर तक चंद्रयान-2 से संपर्क था, लेकिन फिलहाल संपर्क टूट गया है. इसरो चीफ के मुताबिक अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है. इसरो प्रमुख के सिवन ने बताया कि लैंडर ‘विक्रम’ को चंद्रमा की सतह पर लाने की प्रक्रिया सामान्य देखी गई, लेकिन बाद में लैंडर का संपर्क जमीनी स्टेशन से टूट गया, डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है.

'Chandrayaan 2 Rover Name' - 5 News Result(s)
  • Chandrayaan 2: आनंद महिंद्रा ने कहा- हर भारतीय चंद्रयान-2 की धड़कन को महसूस कर सकता है

    Chandrayaan 2: आनंद महिंद्रा ने कहा- हर भारतीय चंद्रयान-2 की धड़कन को महसूस कर सकता है

    chandrayaan: भारत के मून लैंडर विक्रम से उस समय संपर्क टूट गया, जब वह शनिवार तड़के चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ रहा था. इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने बताया, 'संपर्क उस समय टूटा, जब विक्रम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले स्थान से 2.1 किलोमीटर दूर रह गया था. अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है.' इस खबर से जहां इसरो के वैज्ञानिकों में निराशा देखने को मिली, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है.

  • Chandrayaan 2 : क्‍या है 'विक्रम' लैंडर? चंद्रमा की सतह पर ये कैसे उतरेगा?

    Chandrayaan 2 : क्‍या है 'विक्रम' लैंडर? चंद्रमा की सतह पर ये कैसे उतरेगा?

    अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने 'विक्रम' लैंडर की विस्‍तृत जानकारी एक वीडियो के रूप में अपने ट्विटर पेज पर शेयर किया है. उस वीडियो में बताया गया है कि चांद की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग' सुनिश्चित करने के लिए मशीन में तीन कैमरे-लैंडर पोजीशन डिटेक्शन कैमरा, लैंडर होरिजोंटल विलोसिटी कैमरा और लैंडर हजार्डस डिटेक्शन एंड अवोयडेंस कैमरा लगे हैं. इसके साथ दो के.ए. बैंड-अल्टीमीटर-1 और अल्टीमीटर-2 हैं. वीडियो में बताया गया है कि लैंडर के चांद की सतह को छूने के साथ ही इसरो चेस्ट, रंभा और इल्सा नाम के तीन उपकरणों की तैनाती करेगा.

  • चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव ही क्यों चुना भारत ने चंद्रयान-2 उतारने के लिए

    चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव ही क्यों चुना भारत ने चंद्रयान-2 उतारने के लिए

    वैज्ञानिक उपकरणों से लैस और देश का गौरव बन चुके लैंडर 'विक्रम' तथा रोवर 'प्रज्ञान' अब चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की ओर बढ़ रहे हैं, जो अब तक कतई अनजान जगह है. चीन का मिशन चंद्रमा की सतह के सबसे उत्तरी छोर की तरफ गया था, और अपोलो मिशन समेत ज़्यादातर अमेरिकी मिशनों में लैंडिंग चंद्रमा के भूमध्य क्षेत्र में की गई. अब भारत चाहता है कि दक्षिणी ध्रुव के निकट चंद्रमा की सतह को परखे.

  • Chandrayaan-2 : किसान के बेटे और सरकारी स्कूल से पढ़े वैज्ञानिक ने दिया मिशन चंद्रयान-2 को अंजाम

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    चांद पर पहुंचने के भारत के सपने के पीछे जो ख़ास लोग हैं उनमें प्रमुख हैं डॉ के सिवन जो एक किसान के बेटे और एक कामयाब ऐरोनॉटिकल इंजीनियर हैं. डॉ के सिवन इसरो के चेयरमैन होने के नाते इस अभियान की अगुवाई कर रहे हैं. उन्हें भारत का रॉकेट मैन भी कहा जाता है. अंतरिक्ष में एक साथ 104 सैटलाइट छोड़कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में उनकी बड़ी भूमिका रही है. मिशन चंद्रयान-2 के हर पल पर नजर रख रहे के सिवन ने एनडीटीवी से कहा, मैं एक ग़रीब घर से आता हूं, मेरा परिवार किसानी करता है. मैं तमिल मीडियम में सरकारी स्कूल से पढ़ा हूं.  

  • Chandrayaan-2 Updates : पीएम मोदी ने कहा, 'यह छोटी कामयाबी नहीं है, पूरा देश आप पर गर्व करता है'

    Chandrayaan-2 Updates : पीएम मोदी ने कहा, 'यह छोटी कामयाबी नहीं है, पूरा देश आप पर गर्व करता है'

    Chandrayaan 2: भारत के महत्‍वाकांक्षी मून मिशन चंद्रयान 2 के चांद पर उतरने को लेकर सस्‍पेंस बन गया है. फिलहाल इसरो ने बताया कि विक्रम लैंडर से उनका संपर्क टूट गया है. इसरो ने बताया कि चांद से 2.1 किमी दूर तक चंद्रयान-2 से संपर्क था, लेकिन फिलहाल संपर्क टूट गया है. इसरो चीफ के मुताबिक अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है. इसरो प्रमुख के सिवन ने बताया कि लैंडर ‘विक्रम’ को चंद्रमा की सतह पर लाने की प्रक्रिया सामान्य देखी गई, लेकिन बाद में लैंडर का संपर्क जमीनी स्टेशन से टूट गया, डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है.