'Cash crisis'
- 27 न्यूज़ रिजल्ट्स Delhi-NCR | Reported by: सौरभ शुक्ला, Edited by: संदीप कुमार |शुक्रवार दिसम्बर 16, 2016 06:57 PM IST दिसंबर माह आधे से ज़्यादा बीत चुका है, लेकिन बहुत से ऐसे मज़दूर और कर्मचारी हैं, जिन्हें अब तक सैलरी नहीं मिली है.. कारण है नोटबंदी. नोटबंदी से पहले इन्हें कैश में ही सैलरी मिलती थी पर अब बैंक में अकाउंट न हो पाने की वजह से ये चेक से भी पैसे नहीं ले पा रहे.
India | Reported by: भाषा |गुरुवार दिसम्बर 15, 2016 10:18 PM IST मालदा के रतुआ इलाके में राष्ट्रीयकृत बैंक की एक शाखा पर आक्रोशित उपभोक्ताओं के एक समूह ने पथराव किया और बगल में लगे एटीएम को तोड़ डाला. लोगों का गुस्सा तब भड़का जब अधिकारियों ने उन्हें बताया कि उन्हें देने के लिए पर्याप्त नकदी नहीं है.
India | Reported by: इंडो-एशियन न्यूज़ सर्विस, Translated by: विवेक रस्तोगी |गुरुवार दिसम्बर 8, 2016 08:03 PM IST प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, "मैंने हमेशा कहा कि सरकार के कदम से कुछ असुविधा ज़रूर होगी, लेकिन कुछ समय की इस असुविधा से दीर्घावधि में होने वाले फायदों का मार्ग प्रशस्त होगा..." उन्होंने कहा, "मैं भ्रष्टाचार, आतंकवाद और काले धन के खिलाफ इस यज्ञ में भाग लेने के लिए भारत की जनता को पूरे दिल से सलाम करता हूं..."
Delhi-NCR | Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र, Edited by: सूर्यकांत पाठक |बुधवार दिसम्बर 7, 2016 08:49 PM IST नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री चाहे जो कुछ भी कहें, किसानों और मजदूरों पर इसकी मार सबसे ज्यादा है. जो कुछ साधन संपन्न किसान हैं वे भी परेशान हैं और जिनके पास कुछ नहीं हैं वो तो बेहाल हैं ही.
India | Reported by: राजीव पाठक, Edited by: सूर्यकांत पाठक |बुधवार दिसम्बर 7, 2016 08:15 PM IST नोटबंदी या विमुद्रीकरण को एक महिना होने आया है लेकिन गुजरात में छोटे उद्योगों पर नोटबंदी की मार का असर अब भी दिख रहा है. उद्योगों ने कामगारों की संख्या कम कर दी है. मजदूरों को भुगतान नहीं हो पा रहा है क्योंकि नगद की कमी है और मजदूरों के बैंक खाते नहीं हैं.
Blogs | दयाशंकर मिश्र |बुधवार नवम्बर 30, 2016 04:19 PM IST 'राजा को लग रहा था कि ऐसा कोई काम किया जाए, जिससे वह इतिहास के आंगन का बरगद बन जाएं, और उनके विरोधी सूरन की तरह धरती में समा जाएं. आखिर वह दिन आ ही गया....'
Blogs | विराग गुप्ता |सोमवार नवम्बर 28, 2016 06:54 PM IST क्या अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित नोटबंदी क्या अप्रासंगिक नहीं हो गई है...? सरकार द्वारा 30 दिसंबर तक पुराने नोटों को चलन में लाने का आदेश देकर अर्थव्यवस्था को मंदी के संकट से क्यों नहीं बचाना चाहिए...?
Delhi-NCR | Reported by: भाषा |बुधवार नवम्बर 16, 2016 05:13 PM IST बड़े नोटों पर प्रतिबंध के बाद उन्हें बदलवाने के लिए लोगों की बार-बार बैंक आने की चाल पर रोक लगाने के लिए कुछ शहरों में बैंकों ने अमिट स्याही का इस्तेमाल आज शुरू कर दिया.
India | Reported by: भाषा |बुधवार नवम्बर 16, 2016 03:48 PM IST राहुल गांधी ने आज कहा कि पिछले दो साल में एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्जा उद्योगपतियों का माफ किया गया. नरेंद्र मोदी जी 15 लोगों की सरकार चला रहे हैं. लोगों का पैसा इन्हीं कुछ लोगों को दे दिया जाएगा. पूरा हिंदुस्तान रो रहा है, मोदी जी हंसते कभी रोते हैं.
India | Reported by: भाषा |बुधवार नवम्बर 16, 2016 03:34 PM IST नोटबंदी के कारण राजधानी के मुख्य बाजारों का कारोबार भले ही बुरी तरह प्रभावित हुआ हो, लेकिन यहां चलन से बाहर हुए हजार और पांच सौ रुपये के नोट कमीशन में बदलने का धंधा खूब फलफूल रहा है.
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