Baisakhi 2017
- सब
- ख़बरें
-
बैसाखी पर इन Happy Baisakhi के 10 शानदार मैसेजेस से दें बधाई
- Friday April 12, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
14 अप्रैल को बैसाखी (Baisakhi) का पर्व मनाया जाएगा. यह पर्व सिखों के नए साल के तौर पर ही नहीं बल्कि इस दिन उनके अंतिम गुरु गोबिंद सिंह (Guru Gobind Singh) ने खालसा पंथ की स्थापना भी की थी. इस वजह से सिखों के लिए और भी महत्वपूर्ण है.
- ndtv.in
-
बैसाखी उत्सव मनाने के लिए पाकिस्तान पहुंचे 1400 से अधिक भारतीय सिख
- Thursday April 13, 2017
- Reported by: भाषा
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में रावलपिंडी जिले के गुरुद्वारा हसल अब्दल में बैसाखी उत्सव मनाने के लिए भारत से 1400 से अधिक सिख बुधवार को लाहौर पहुंचे.
- ndtv.in
-
बैसाखी 2017 स्पेशल : जानिए इस त्यौहार से जुड़ी वो बातें जिन्हें कम लोग ही जानते हैं
- Thursday April 13, 2017
- Written by: श्यामनंदन
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार बैसाखी का त्यौहार हर साल 13 अप्रैल (अधिकांशतः) और कभी-कभी 14 अप्रैल को मनाया जाता है. सवाल उठता है, यह तारीख इतना निश्चित क्यों है? इसका जवाब इतना मुश्किल नहीं है, बस इसे अधिक लोग जानते नहीं है.
- ndtv.in
-
Baisakhi 2017: मौका भी है दस्तूर भी, अपने करीबियों को भेजें ये SMS
- Thursday April 13, 2017
- Written by: शिखा शर्मा
बैसाखी पंजाब और आसपास के प्रदेशों का सबसे बड़ा त्योहार है. बैसाखी नाम वैशाख से बना है.यह एक कृषि त्योहार है, जिसमें पंजाब और हरियाणा के किसान, सर्दियों की फसल काटने के बाद नए साल की खुशियां मनाते हैं. बैसाखी के ही दिन 13 अप्रैल 1699 को दसवें सिख गुरु गोविंद सिंहजी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी.खालसा पंथ की स्थापना का लक्ष्य था धर्म और नेकी के आदर्श के लिए सदैव तत्पर रहना.इसलिए बैसाखी का त्योहार सिखों का एक सबसे बड़ा त्योहार है. इस दिन पंजाब का परंपरागत नृत्य भांगड़ा और गिदा किया जाता है.
- ndtv.in
-
बैसाखी पर इन Happy Baisakhi के 10 शानदार मैसेजेस से दें बधाई
- Friday April 12, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
14 अप्रैल को बैसाखी (Baisakhi) का पर्व मनाया जाएगा. यह पर्व सिखों के नए साल के तौर पर ही नहीं बल्कि इस दिन उनके अंतिम गुरु गोबिंद सिंह (Guru Gobind Singh) ने खालसा पंथ की स्थापना भी की थी. इस वजह से सिखों के लिए और भी महत्वपूर्ण है.
- ndtv.in
-
बैसाखी उत्सव मनाने के लिए पाकिस्तान पहुंचे 1400 से अधिक भारतीय सिख
- Thursday April 13, 2017
- Reported by: भाषा
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में रावलपिंडी जिले के गुरुद्वारा हसल अब्दल में बैसाखी उत्सव मनाने के लिए भारत से 1400 से अधिक सिख बुधवार को लाहौर पहुंचे.
- ndtv.in
-
बैसाखी 2017 स्पेशल : जानिए इस त्यौहार से जुड़ी वो बातें जिन्हें कम लोग ही जानते हैं
- Thursday April 13, 2017
- Written by: श्यामनंदन
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार बैसाखी का त्यौहार हर साल 13 अप्रैल (अधिकांशतः) और कभी-कभी 14 अप्रैल को मनाया जाता है. सवाल उठता है, यह तारीख इतना निश्चित क्यों है? इसका जवाब इतना मुश्किल नहीं है, बस इसे अधिक लोग जानते नहीं है.
- ndtv.in
-
Baisakhi 2017: मौका भी है दस्तूर भी, अपने करीबियों को भेजें ये SMS
- Thursday April 13, 2017
- Written by: शिखा शर्मा
बैसाखी पंजाब और आसपास के प्रदेशों का सबसे बड़ा त्योहार है. बैसाखी नाम वैशाख से बना है.यह एक कृषि त्योहार है, जिसमें पंजाब और हरियाणा के किसान, सर्दियों की फसल काटने के बाद नए साल की खुशियां मनाते हैं. बैसाखी के ही दिन 13 अप्रैल 1699 को दसवें सिख गुरु गोविंद सिंहजी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी.खालसा पंथ की स्थापना का लक्ष्य था धर्म और नेकी के आदर्श के लिए सदैव तत्पर रहना.इसलिए बैसाखी का त्योहार सिखों का एक सबसे बड़ा त्योहार है. इस दिन पंजाब का परंपरागत नृत्य भांगड़ा और गिदा किया जाता है.
- ndtv.in