'Tulsi Vivah puja Vidhi'
- 11 न्यूज़ रिजल्ट्स- Faith | Written by: शालिनी सेंगर |शुक्रवार जनवरी 28, 2022 08:40 AM ISTश्री हरि के शालीग्राम रूप का वर्णन पद्मपुराण में मिलता है. शालिग्राम को साक्षात भगवान श्री हरि विष्णु का स्वरूप माना जाता है. भगवान शालिग्राम की पूजा में कुछ विशेष सावधानियां बरतने की जरूरत है. अगर आपके घर में भी शालिग्राम है, तो यहां बताई जा रही बातों का ध्यान जरूर रखें. आइए जानते हैं शालिग्राम क्या है और उनके पूजन के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
- Faith | Written by: शालिनी सेंगर, Edited by: अनु चौहान |सोमवार नवम्बर 15, 2021 09:08 AM ISTTulsi vivah: हिंदू धर्म में तुलसी विवाह का विशेष महत्व है. तुलसी विवाह कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन किया जाता है.
- Food Lifestyle | Written by Aradhana Singh |बुधवार नवम्बर 25, 2020 11:58 AM ISTHappy Tulsi Vivah 2020: हिन्दू धर्म में कार्तिक मास की एकादशी का बहुत ही महत्व है. माना जाता है कि जो लोग जीवन में कन्या सुख से वंचित हैं उन्हें तुलासी विवाह से विशेष पुण्य प्राप्त होता है. ऐसा माना जाता है कि तुलासी विवाह करने से कन्या दान के बराबर फल प्राप्त होता है.
- Faith | Written by: संज्ञा सिंह |बुधवार नवम्बर 25, 2020 09:42 AM ISTTulsi Vivah 2020: देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) के दिन तुलसी विवाह का भी प्रावधान है. देवउठनी एकादशी को देवुत्थान एकादशी, हरिप्रबोधिनी एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. हिन्दू मान्यताओं के अनुसार इसी एकादशी के दिन सृष्टि के पालनहार श्री हरि विष्णु चार महीने की योग निद्रा के बाद जाग्रत होते हैं.
- Faith | Reported by: ANI, Written by: संज्ञा सिंह |बुधवार नवम्बर 25, 2020 09:20 AM ISTआज देवोत्थान एकादशी है. इस मौके पर यूपी के वाराणसी में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया. एक स्थानीय पंडित ने बताया, "आज विष्णु विवाह व तुलसी विवाह से लोगों के घरों में शादी-विवाह जैसे विशेष आयोजन शुरू होते हैं. चार महीनों के बाद आज भगवान विष्णु योगनिद्रा से उठते हैं."
- features | Written by Aradhana Singh |बुधवार नवम्बर 25, 2020 02:18 PM ISTDev Uthani Ekadashi And Tulsi Vivah 2020: आषाढ़ शुक्ल एकादशी को देव-शयन हो जाते हैं. और फिर चार महिने के बाद भगवान विष्णु शयन काल समाप्त कर पृथ्वी लोक की बागड़ोर अपने हाथों में वापस लेते हैं. इसलिए इसे देव उठनी एकादशी कहा जाता है.
- Faith | Written by: संज्ञा सिंह |बुधवार नवम्बर 25, 2020 09:17 AM ISTDev Uthani Ekadashi 2020: देवोत्थान एकादशी कार्तिक, शुक्ल पक्ष की एकादशी को कहते हैं. दीपावली के बाद आने वाली एकादशी को ही देवोत्थान एकादशी अथवा देवउठान एकादशी या 'प्रबोधिनी एकादशी' कहा जाता है. आषाढ़, शुक्ल पक्ष की एकादशी की तिथि को देव शयन करते हैं और इस कार्तिक, शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन उठते हैं. इसीलिए इसे देवोत्थान (देव-उठनी) एकादशी कहा जाता है.
- Faith | Written by: बबिता पंत |शुक्रवार नवम्बर 8, 2019 05:30 PM ISTTulsi Vivah: हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी यानी कि देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) को तुलसी विवाह (Tulsi Vivah) का आयोजन किया जाता है.
- Faith | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शुक्रवार नवम्बर 8, 2019 06:02 PM ISTदेवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) के दिन ही तुलसी विवाह (Tulsi Vivah) भी आयोजित किया जाता है. यह शादी तुलसी के पौधे और भगवान विष्णु के रूप शालीग्राम के बीच होती है.
- Faith | Written by: रेणु चौहान |सोमवार नवम्बर 19, 2018 10:49 AM ISTTulsi Vivah 2018: हिंदू धर्म में तुलसी विवाह (Tulsi Vivah) का खास महत्व है. देवउठनी एकादशी या देवुत्थान एकादशी (Devuthani Ekadashi, Devothan Ekadashi or Devutthana Ekadashi) के दिन तुलसी जी का विवाह शालिग्राम (Shaligram) से किया जाता है.