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17th Karmapa

'17th Karmapa' - 1 News Result(s)
  • जानिए करमापा ने क्या लिखा है अपनी किताब ‘इंटरकनेक्टेड: एंब्रेसिंग लाइफ इन अवर ग्लोबल सोसाइटी’ में

    जानिए करमापा ने क्या लिखा है अपनी किताब ‘इंटरकनेक्टेड: एंब्रेसिंग लाइफ इन अवर ग्लोबल सोसाइटी’ में

    तिब्बती बौद्ध धर्म के पंथ करमा काग्यु के आध्यात्मिक प्रमुख करमापा ने ‘इंटरकनेक्टेड: एंब्रेसिंग लाइफ इन अवर ग्लोबल सोसाइटी’’ नाम की किताब लिखी है जिसका प्रकाशन विस्डम पब्लिकेशन्स ने किया है. इसके वितरक हैं सिमोन ऐंड शूस्टर. किताब में करमापा ने लिखा है, ‘‘भारत में रहना मेरे लिए तिब्बत में रहने से कहीं ज्यादा लाभदायक रहा. अगर मैं अपने सुपरिचित दायरे से बाहर नहीं निकलता तो मैं इतने लोगों से नहीं मिल पाता और न ही इतना कुछ सीख पाया या कर पाता.’’ यह किताब तीन हिस्सों में बंटी है. यह हिस्से हैं- सीइंग दी कनेक्शन, फीलिंग दी कनेक्शन और लीविंग दी कनेक्शन.

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  • जानिए करमापा ने क्या लिखा है अपनी किताब ‘इंटरकनेक्टेड: एंब्रेसिंग लाइफ इन अवर ग्लोबल सोसाइटी’ में

    जानिए करमापा ने क्या लिखा है अपनी किताब ‘इंटरकनेक्टेड: एंब्रेसिंग लाइफ इन अवर ग्लोबल सोसाइटी’ में

    तिब्बती बौद्ध धर्म के पंथ करमा काग्यु के आध्यात्मिक प्रमुख करमापा ने ‘इंटरकनेक्टेड: एंब्रेसिंग लाइफ इन अवर ग्लोबल सोसाइटी’’ नाम की किताब लिखी है जिसका प्रकाशन विस्डम पब्लिकेशन्स ने किया है. इसके वितरक हैं सिमोन ऐंड शूस्टर. किताब में करमापा ने लिखा है, ‘‘भारत में रहना मेरे लिए तिब्बत में रहने से कहीं ज्यादा लाभदायक रहा. अगर मैं अपने सुपरिचित दायरे से बाहर नहीं निकलता तो मैं इतने लोगों से नहीं मिल पाता और न ही इतना कुछ सीख पाया या कर पाता.’’ यह किताब तीन हिस्सों में बंटी है. यह हिस्से हैं- सीइंग दी कनेक्शन, फीलिंग दी कनेक्शन और लीविंग दी कनेक्शन.