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11 May History

'11 May History' - 2 News Result(s)
  • 11 मई का इतिहास: इस दिन भारत ने किया था सफल पोखरण परमाणु परीक्षण का ऐलान

    11 मई का इतिहास: इस दिन भारत ने किया था सफल पोखरण परमाणु परीक्षण का ऐलान

    11 मई साल का 131वां दिन है और इतिहास में इस दिन के नाम पर बहुत सी घटनाएं दर्ज हैं. वर्ष 2000 में 11 मई के ही दिन भारत की आबादी ने एक अरब का आंकड़ा छू लिया, जब नयी दिल्ली में जन्मी एक बच्ची को देश का एक अरबवां नागरिक करार दिया गया. यह दिन देश के इतिहास में एक और खास घटना के साथ दर्ज है. 11 मई 1998 को भारत सरकार ने पोखरण में सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण करने का ऐलान किया था.

  • 1 मई का इतिहास: मज़दूरों ने अपने हक के लिए इसी दिन उठाई थी आवाज़

    1 मई का इतिहास: मज़दूरों ने अपने हक के लिए इसी दिन उठाई थी आवाज़

    Labour Day 2020: एक मई का दिन इतिहास में मजदूर दिवस के तौर पर दर्ज है. दुनिया में मजदूर दिवस मनाने का चलन करीब 132 साल पुराना है. मजदूरों ने काम के घंटे तय करने की मांग को लेकर 1877 में आंदोलन शुरू किया, इस दौरान यह दुनिया के विभिन्न देशों में फैलने लगा. 1 मई 1886 को पूरे अमेरिका के लाखों मज़दूरों ने एक साथ हड़ताल शुरू की. इसमें 11,000 फ़ैक्टरियों के कम से कम तीन लाख अस्सी हज़ार मज़दूर शामिल हुए और वहीं से 1 मई को मजदूर दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत हुई.

'11 May History' - 2 News Result(s)
  • 11 मई का इतिहास: इस दिन भारत ने किया था सफल पोखरण परमाणु परीक्षण का ऐलान

    11 मई का इतिहास: इस दिन भारत ने किया था सफल पोखरण परमाणु परीक्षण का ऐलान

    11 मई साल का 131वां दिन है और इतिहास में इस दिन के नाम पर बहुत सी घटनाएं दर्ज हैं. वर्ष 2000 में 11 मई के ही दिन भारत की आबादी ने एक अरब का आंकड़ा छू लिया, जब नयी दिल्ली में जन्मी एक बच्ची को देश का एक अरबवां नागरिक करार दिया गया. यह दिन देश के इतिहास में एक और खास घटना के साथ दर्ज है. 11 मई 1998 को भारत सरकार ने पोखरण में सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण करने का ऐलान किया था.

  • 1 मई का इतिहास: मज़दूरों ने अपने हक के लिए इसी दिन उठाई थी आवाज़

    1 मई का इतिहास: मज़दूरों ने अपने हक के लिए इसी दिन उठाई थी आवाज़

    Labour Day 2020: एक मई का दिन इतिहास में मजदूर दिवस के तौर पर दर्ज है. दुनिया में मजदूर दिवस मनाने का चलन करीब 132 साल पुराना है. मजदूरों ने काम के घंटे तय करने की मांग को लेकर 1877 में आंदोलन शुरू किया, इस दौरान यह दुनिया के विभिन्न देशों में फैलने लगा. 1 मई 1886 को पूरे अमेरिका के लाखों मज़दूरों ने एक साथ हड़ताल शुरू की. इसमें 11,000 फ़ैक्टरियों के कम से कम तीन लाख अस्सी हज़ार मज़दूर शामिल हुए और वहीं से 1 मई को मजदूर दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत हुई.