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नवरात्रि में कलश स्‍थापना का क्‍या है महत्‍व, अगर नहीं खरीदे हैं अभी तक कलश, तो ये है सुनहरा मौका

नवरात्र के दौरान 'घटस्थापना' या 'कलश स्थापना' का विशेष महत्‍व होता है. इसी से पूजा की शुरूआत होती है. ऐसे में समय रहते कलश घर ले आना समझदारी भरा कदम हो सकता है.

नवरात्रि में कलश स्‍थापना का क्‍या है महत्‍व, अगर नहीं खरीदे हैं अभी तक कलश, तो ये है सुनहरा मौका
नवरात्रि में है कलश स्‍थापना का विशेष महत्‍व. फाेटो: Amazon

शक्ति और साधना का महापर्व नवरात्रि आने वाला है. इस दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के 9 रूपों की श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा-आराधना की जाती है. श्रद्धालु दौरान घटस्‍थापना, जिसे कलश स्‍थापना भी कहा जाता है, से इस पावन पर्व की शुरूआत करते हैं. 'घटस्थापना' या 'कलश स्थापना' इस त्‍योहार का बेहद अहम हिस्‍सा होता है. कहा जाता है कि कलश स्थापना के बिना नवरात्रि की पूजा अधूरी होती है. 

कब हैं नवरात्रि | When is Navratri

इस साल शरद नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू होकर 1 अक्टूबर तक चलेगी. इन नौ दिनों के दौरान, देवी दुर्गा के भक्त गहरी श्रद्धा के साथ उपवास और पूजा करते हैं. 

'घटस्थापना' या 'कलश स्थापना' के लिए सबसे अहम होता है कलश. अगर आप इस नवरात्रि नया कलश लेने पर विचार कर रहे हैं, तो हम आपके लिए बेहद किफायती कलश लेकर आए हैं. 

ये हैं टॉप क्‍वालिटी कलश

1. German Silver Premium Kalash

फेस्टिवल से लेकर विवाह और बच्चे के जन्म से संबंधित सभी हिंदू उत्सवों में कलश की पूजा की जाती है. ब्रास से बने इस कलश के ऊपर गोल्‍डन और सिल्‍वर प्‍लेटिंग की गई है, जिससे ये और सुंदर नजर आता है.

खासियतें:

  • शेप- ओवल
  • ओकेजन- एनिवर्सरी, शादी, क्रिसमस
  • मटेरियल- एल्युमिनियम
  • कलर- जर्मन सिल्वर

नुकसान: 

  • कलश की कैपेसिटी कम है

2. Pure Source India Diamond Cut Brass Lota for Puja

पीतल से बने कलश हर कोई अपने घर में पूजा के समय उपयोग के लिए रखना चाहता है. शादी, दिवाली, गृहप्रवेश, दुर्गा पूजा, छठ पूजा, नवरात्रि में उपहार के रूप में कलश भी एक पसंदीदा वस्तु मानी जाती है.

खासियतें:

  • मटेरियल: प्‍योर ब्रास
  • वजन: लगभग 400 से 450 ग्राम 
  • कैपेसिटी:  1000 मिली
  • शेप: राउंड
  • यह पानी को लंबे समय तक ठंडा रखता है

नुकसान:

  • समय-समय पर पॉलिश करना पड़ सकता है

3. Mkd2 Rise Brass Lota for Puja

पूजा लोटा कलश 200 मिलीलीटर का है जो बेहतरीन क्वालिटी के पीतल से बना है और यह आपके पूजा कक्ष की शोभा बढ़ाएगा. लोटा या कलश देवी-देवताओं की पूजा के लिए खासतौर पर इस्‍तेमाल किया जाता है.

खासियतें:

  • मटेरियल: प्‍योर ब्रास
  • वजन: 200 ग्राम 
  • कैपेसिटी:  200ml
  • शेप: राउंड
  • यह पानी को लंबे समय तक ठंडा रखता है

नुकसान:

  • साइज काफी छोटा है

4. Healthsmith - Pure Copper Kalash/Lota for Pooja

पूजा में इस्‍तेमाल करने के साथ-साथ अपने रोगाणुरोधी गुणों के लिए जाना जाने वाला ये ब्रास कलश हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करके पानी को नेचुरली प्‍योर करता है, जिससे ये डाइजेशन संबंधी समस्‍याओं को दूर करने में मदद करता है.

खासियतें:

  • 100% लीक प्रूफ
  • यूनिक शेप
  • मज़बूत और टिकाऊ
  • पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाता है

नुकसान: 

  • बजट फ्रेंडली नहीं है

5. Shubhkart Nitya Copper Kalash for Pooja & Puja Mandir

प्‍योर कॉपर से बना ये कलश सादगी को दर्शाता है. प्रसाद से लेकर अनुष्ठानों तक के लिए तैयार किया गया ये कलश पूजा रिचुअल का हिस्सा बनने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

खासियतें:

  • 64 ग्राम वजन
  • हाई क्‍वालिटी कॉपर से बना
  • एवरग्रीन राउंड शेप
  • ट्रेडिशनल डिजाइन

FAQ
सवाल 1: पूजा में कलश स्थापना क्यों जरूरी है?

जवाब: कहा जाता है कि कलश को सुख-समृद्धि, पॉजिटिव एनर्जी और मंगल कामनाओं का प्रतीक माना गया है. यही कारण है कि नवरात्रि पूजा से पहले इसे स्‍थापित किया जाता है.

सवाल 2: कलश स्थापना के लिए किस मटेरियल का कलश सबसे अच्छा होता है?

जवाब: कलश स्थापना के लिए मिट्टी या कॉपर का कलश को सबसे पवित्र और शुभ माना जाता है.

सवाल  3: कलश में क्या-क्या सामग्री डाली जाती है?

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जवाब: कलश को स्‍थापित करने से पहले इसमें गंगाजल, सुपारी, दूर्वा घास आदि सामग्री डाली जाती है.

 
नवरात्रि के दौरान चारों ओर का माहौल भक्तिमय हो जाता है. सब और मां के भजन, कीर्तन, पूजा की धूम मच जाती है. यही कारण है कि भक्‍तजन पहले से इस त्‍योहार की तैयारियां शुरू कर देते हैं. माता रानी के वस्‍त्रों से लेकर पूजा के सामान तक, सबकुछ खरीदना अब Amazon ने आसान बना दिया है. देर न करें, इस बार कलश स्‍थापना में आप पीछे न रह जाएं, आज ही ऑर्डर करें.
 

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