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2022 में पृथ्वी से टकराए ये 5 खतरनाक सौर तूफान

साल 2022 में पृथ्वी से कई सौर तूफान (Solar Storms) टकराए, जिन्होंने रेडियो ब्लैकआउट, GPS में समस्या और आसमान में रंगीन ऑरोरा जैसी चीजों को अंजाम दिया

  • इस साल जून के महीने में अचानक पृथ्वी से सौर तूफान (Solar Storm) टकराया था। इस सौर तूफान का कारण कोरोटेटिंग इंटरेक्शन रीजन (CIR) बताया गया, जिसने पृथ्वी के चुंबकमंडल (magnetosphere) में छेद कर दिया था। NASA ने जानकारी दी थी कि ये सौर तूफान G1-क्लास का था, जिससे धरती पर शॉर्टवेव रेडियो ब्लैकआउट हो गया था और GPS में भी समस्या आई।
  • अगस्त महीने की शुरुआत में एक सौर तूफान अचानक पृथ्वी से टकराया, जिसके बारे में वैज्ञानिक भी भविष्यवाणी नहीं कर पाए थे। इसकी रफ्तार 600 किलोमीटर प्रति सेकंड बताई गई। इस तूफान को G2 क्लास में रखा गया। इसके बाद इसी महीने में कई अन्य सौर गतिविधियां देखने को मिलीं, जिसके बाद महीने के आखिर में स्काईवॉचर्स को शानदार ऑरोरा देखने को मिले। सोशल मीडिया से पता चला था कि ये ऑरोरा स्कॉटलैंड, अल्बर्टा और मोंटाना में देखने को मिले थे।
  • इसके बाद, अक्टूबर महीने में भी एक सोलर स्टॉर्म पृथ्वी से टकराया था, जिसे वैज्ञानिकों ने G2 क्लास में रखा। इस दौरान सूर्य पर कई डार्क स्पॉट उभर आए थे, जिससे सूरज पर एक स्माइली फेस जैसी परछाई दिखाई दी। यह तूफान इतना मजबूत था कि इसने पृथ्वी पर कई बिजली ग्रिड में हलचल पैदा कर दी थी।
  • नवंबर का महीना शुरू ही हुआ था कि ग्रीनलैंड के पास बेहद दुर्लभ गुलाबी ऑरोरा देखा गया। इस सौर तूफान को G1-कैटेगरी में रखा गया, जिसने पृथ्वी पर ज्यादा नुकसान नहीं किया। यूं तो ऑक्सीजन परमाणुओं के आयनीकरण के कारण सौर तूफान आमतौर पर हरे रंग में रंगे दिखाई देते हैं। हालांकि, इस दौरान CME वातावरण के निचले तबके तक पहुंचने में सक्षम था, जिसने नाइट्रोजन परमाणुओं को आयनित किया और अनूठा गुलाबी रंग दिखाई दिया।
  • नवंबर महीने में ही पहले तूफान के करीब 3 दिन बाद सोलर फ्लेयर की सीरीज ने दस्तक दी, जिसे X-क्लास में रखा गया। इसने अस्थाई रूप से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में रेडियो ब्लैकआउट कर दिया। इसने कथित तौर पर सभी हाई फ्रीक्वेंसी रेडियो वेव्स को ब्लॉक कर दिया, जिससे आपातकालीन सर्विस और एयरलाइन्स प्रभावित हुए।
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