मजाकिया अंदाज में किंग खान ने कहा, "यह पुरस्कार, जिसे मैं जीवन भर कोशिश करता रहा हूं... मैं उच्चारण नहीं कर सकता." फिर उन्होंने पुरस्कार का नाम बदल दिया - "विनम्रता, दयालुता और अच्छाई के इतिहास में दुनिया में सबसे शानदार होने के लिए तेंदुआ पुरस्कार".