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ईस्टर के मौके पर 8 धमाकों से दहला श्रीलंका, 207 की मौत और 400 से अधिक घायल

श्रीलंका में तीन गिरजाघरों और तीन होटलों में एक के बाद एक कर हुए विस्फोटों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 207 हो गई और 400 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. द्वीपीय राष्ट्र में यह अभी तक का सबसे भयावह हमला है. मृतकों में करीब नौ विदेशी शामिल हैं. पुलिस प्रवक्ता रूवन गुनासेखरा ने बताया कि ये विस्फोट स्थानीय समयानुसार पौने नौ बजे ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी चर्च, पश्चिमी तटीय शहर नेगेम्बो के सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोवा के एक चर्च में हुए. वहीं अन्य तीन विस्फोट पांच सितारा होटलों - शंगरीला, द सिनामोन ग्रांड और द किंग्सबरी में हुए. होटल में हुए विस्फोट में घायल विदेशी और स्थानीय लोगों को कोलंबो जनरल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.

  • श्रीलंका के इतिहास में यह सबसे भयानक हमलों में से एक है. आर्थिक सुधार एवं लोक वितरण मंत्री हर्ष डि सिल्वा ने कहा, ‘विदेशी लोगों समेत कई लोग मारे गए हैं.'
  • इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है. श्रीलंका में पूर्व में लिट्टे (एलटीटीई) ने कई हमले किए हैं. हालांकि 2009 में लिट्टे का खात्मा हो गया.
  • राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. सिरिसेना ने कहा, ‘मैं इस अप्रत्याशित घटना से सदमे में हूं. सुरक्षाबलों को सभी जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.'
  • श्रीलंकन पुलिस के मुताबिक, यह ब्लास्ट तीन चर्च और तीन होटलों में हुए हैं और एक गेस्ट हाउस में. पुलिस ने बताया है कि विस्फोट राजधानी के कई आलीशान होटलों और एक चर्च में हुआ है, जबकि दो अन्य धमाके कोलंबो के बाहर चर्च में हुए हैं.
  • दरअसल यह धमाका उस समय हुआ, जब ईस्टर की प्रार्थना के लिए लोग चर्च में एकत्रित हुए थे. चर्च के बाहर भीड़ थी.
  • पुलिस ने बताया कि स्थानीय समयनुसार पहला धमाका सुबह 8:45 पर हुआ. हालांकि, अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
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