करिश्मा कपूर ने 90 के दशक को लेकर किया चौंकाने वाला खुलासा, इस तरह पहले शूटिंग पर लोग बदलते थे कपड़े
अभिनेत्री करिश्मा कपूर 'अंदाज अपना अपना', 'कुली नंबर 1' और 'राजा हिंदुस्तानी' जैसी फिल्मों के लिए जानी जाती हैं. हाल ही में पुरानी यादें ताजा करते हुए उन्होंने बताया कि जब उन्होंने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की थी तो अभिनेताओं के पास वैनिटी वैन नहीं होती थी.
-
करिश्मा ने बताया, "पहली फिल्म जिसमें मुझे मॉनिटर पर काम करने का मौका मिला, वह थी 'दिल तो पागल है'. यह डांस ऑफ एन्वी शॉट के दौरान था. यश जी (यश चोपड़ा) को यह मिला, और आदित्य चोपड़ा और उदय चोपड़ा भी सेट पर थे...'और हम तो पागल हो गए थे'. हमने सोचा, 'सच में? हम देख सकते हैं कि हमने एक शॉट में क्या किया है".
-
अभिनेत्री हिंदी सिनेमा में हुए प्रमुख तकनीकी उन्नति का जिक्र कर रही थीं, जब उद्योग स्टूडियो में पात्रों की डबिंग से आगे बढ़कर सिंक-साउंड की ओर बढ़ा, जहां संवादों को सेट पर लाइव रिकॉर्ड किया जाता था, जिससे न केवल दृश्य प्रभावशाली हो जाते थे, बल्कि कहानी में अधिक गहराई भी आ जाती थी.