जैस्मीन भसीन ने बताया अपने जॉली नेचर की वजह से ये किरदार पड़ गया था भारी
टीवी एक्ट्रेस जैस्मीन भसीन ने बताया कि कैसे एक किरदार उनके लिए एक बड़ा चैलेंज बन गया. हालांकि उन्होंने एक तरकीब से इसे भी आसान बना दिया.
-
जैस्मीन का कहना है कि उनकी इमेज पहले से ही एक बहुत ही खुशमिजाज इंसान की है. ऐसे में उनके लिए सीरियस रोल थोड़ा चैलेंजिंग हो जाता है. इन दिनों अपनी अपकमिंग पंजाबी फिल्म ‘अरदास सरबत दे भले दी' की तैयारियों को लेकर एक्ट्रेस ऑस्ट्रेलिया में फिल्म को प्रमोट कर रही हैं.
-
जैस्मीन कहती हैं, "जब आपकी इमेज पहले से ही एक खुश मिजाज इंसान की हो तो खुद को एक गंभीर रोल के लिए तैयार करना बहुत मुश्किल होता है. ऐसे में एक एक्टर के लिए अपने दर्शकों को किसी रोल की गंभीरता के बारे में समझाना बहुत मुश्किल हो जाता है. मैं सेट पर हर बार जानबूझकर यही सोचती थी कि ‘जैस्मीन यहां नहीं है, किरदार यहां है'."
-
‘अरदास सरबत दे भले दी' में पंजाबी सुपरस्टार गिप्पी ग्रेवाल, गुरप्रीत सिंह घुग्गी, प्रिंस कंवलजीत सिंह भी हैं. फिल्म को गिप्पी ग्रेवाल ने लिखा और डायरेक्ट किया है. पंजाबी फिल्मों के साथ-साथ हिंदी टेलीविजन में काम कर चुकी जैस्मीन भसीन ने 2011 में तमिल फिल्म ‘वानम' से डेब्यू किया था.