
Olympic Games Paris 2024: पेरिस ओलंपिक में भारत की शूटर मनु भाकर ने इतिहास रचते हुए 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाजी स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रही है. मनु भारत की पहली महिला शूटर बन गई हैं जिन्होंने यह कारनामा ओलंपिक में किया है. बता दें कि ओलंपिक खेल में निशानेबाजी में भारत के पास अब 5 मेडल हैं. आखिरी बार किसी भारतीय निशानेबाज ने ओलंपिक में मेडल 2012 में जीता था. अब मनु ने ओलंपिक में मेडल जीतकर भारत का मान बढ़ाया है. ओलंपिक खेलों में मेडल जीतना किसी भी खिलाड़ी के लिए गर्व की बात होती है. हर खिलाड़ी का सपना ओलंपिक में मेडल हासिल करने का होता है. ओलंपिक में गोल्ड, ब्रॉन्ज और सिल्वर मेडल दिए जाते हैं. बता दें कि इस बार ओलंपिक खेलों का आयोजन पेरिस हो रहा है. वहीं इस बार मेडल जीतने वाले एथलीट अपने घर Eiffel Tower का लोहा साथ में ले जाएंगे. दरअसल, इस बार हर एक मेडल पर एफिल टावर के लोहे के एक टुकड़े का इस्तेमाल किया गया है, यानी मेडल जीतने पर एथलीट मशहूर एफिल टावर का लोहा भी अपने साथ घर ले जाने वाले हैं.
एफिल टावर, फ्रांस की ऐतिहासिक धरोहर
बता दें कि फ्रांस में एफिल टावर का निर्माण 1887 से लेकर 1889 के बीच किया गया था. पिछले एक दशक से एफिल टावर फ्रांस की राजधानी पेरिस की शोभा बढ़ा रहा है. बता दें कि एफिल टावर से ही कुछ लोहा निकालकर ओलंपिक के मेडल में लगाए गए हैं, एफिल टावर की देखरेख करने वाली कंपनी ने ऐतिहासिक स्मारक की विरासत को एक नई पहचान देने के लिए यह पहल शुरू कराई है.
मेडल के बीचोंबीच लगा है एफिल टावर का लोहा
बता दें कि एफिल टावर के लोहे का इस्तेमाल मेडल के बीच में किया गया है. जिसे षटभुज (हेक्सागोन) का आकार दिया गया है. षटभुज को गाढ़ा सलेटी से रंगा गया है. मेडल पर जहां एफिल टावर का लोहा लगा है वहां, 'Paris 2024' लिखा हुआ है. षटभुज के 6 कोनों पर गोल्ड कलर के जेमस्टोन भी लगाए गए हैं, जो मेडल की सुंदरतो को नया आयाम दे रहे हैं.
Winning this medal is a dream come true, not just for me but for everyone who has supported me. I am deeply grateful to the NRAI, SAI, Ministry of Youth Affairs & Sports, Coach Jaspal Rana sir, Haryana government and OGQ. I dedicate this victory to my country for their incredible… pic.twitter.com/hnzGjNwUhv
— Manu Bhaker🇮🇳 (@realmanubhaker) July 28, 2024
गोल्ड मेडल की कीमत और वजन (पेरिस ओलंपिक)
बता दें कि इस बार के ओलंपिक में जो मेडल दिए जा रहे हैं उसकी कीमत और वजन को लेकर भी कई बातें सामने आई है. फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार गोल्ड मेडल का 95.4 फीसदी हिस्सा चांदी से बना है और इसमें केवल 6 ग्राम का ही शुद्ध सोना लगाया गया है, तो वहीं, 18 ग्राम लोहा का इस्तेमाल किया गया है. गोल्ड मेडल का वजन 505 ग्राम बताया गया है. वहीं रिपोर्ट के अनुसार गोल्ड मेडल की कीमत लगभग 35 लाख रुपये बताई गई है. ($41,161.50.)
1912 में दिया गया था शुद्ध सोने से बना मेडल
ओलंपिक में साल 1912 में गोल्ड मेडल के लिए शुद्ध सोने का इस्तेमाल किया गया था. लेकिन अब गोल्ड में शुद्ध सोने का इस्तेमाल कम किया जाता है.

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ब्रॉन्ज मेडल की कीमत और वजन (पेरिस ओलंपिक)
पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल का वजन 455 ग्राम है. इसमें 415.15 ग्राम तांबे का इस्तेमाल किया गया है तो वहीं, 21.85 ग्राम जिंक का इस्तेमाल हुआ है. इसके अलावा 18 ग्राम लोहे को मिलाकर ब्रॉन्ज मेडल तैयार की गई है. रिपोर्ट के अनुसार ब्रॉन्ज मेडल की कीमत लगभग 13 डॉलर यानी 1100 रुपये है.
सिल्वर मेडल की कीमत और वजन (पेरिस ओलंपिक)
सिल्वर मेडल का वजन 525 ग्राम है, जिसमें 507 ग्राम चांदी और 18 ग्राम लोहा है. रिपोर्ट के अनुसार गोल्ड मेडल की कीमत लगभग $486 डॉलर है, यानी लगभग 41 हजार रुपये है.
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