World constipation month 2024 : वर्ल्ड कॉन्सिटिपेशेन मंथ 2024 का उद्देश्य कब्ज (Constipation) के बारे में जागरूकता फैलाना है, ताकि लोग इसके कारणों, उपचारों और इससे जुड़ी गलत धारणाओं को समझ सकें. आपको बता दें कि कब्ज एक आम समस्या है. लेकिन इससे जुड़े कई मिथ्स भी हैं जो लोगों को सही जानकारी से दूर कर सकते हैं. ऐसे में आपको कब्ज से जुड़े फैक्ट्स और मिथ्स के बारे में जानना जरूरी है, जो इस प्रकार हैं...
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कब्ज से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स
- आपने लोगों को बोलते सुना होगा कि कब्ज सिर्फ बड़ों को होती है, जो की गलत है. बल्कि यह किसी भी उम्र के लोगों में हो सकती है. हालांकि, यह बुजुर्गों में आम है, लेकिन यह बच्चों और युवाओं में भी परेशानी बढ़ जाती है.
- आपका यह सोचना भी गलत है कि कब्ज सिर्फ फाइबर की कमी से होता है. जबकि इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं. कब्ज पानी की भी कमी से होता है. साथ ही शारीरिक गतिविधियों की भी कमी भी आपको कब्ज जैसी परेशानी का कारण हो सकता है.
- आपका यह सोचना भी गलत है कि कब्ज को केवल दवा से ठीक किया जा सकता है. आपको बता दें कि दवा अस्थायी रूप से ठीक करती है. आप कब्ज हेल्दी डाइट, पर्याप्त पानी के सेवन से और एक्सरसाइज से भी ठीक कर सकते हैं.
- वहीं, मलत्याग में अगर कठिनाई महसूस होती है तो इसका मतलब कब्ज नहीं होता. कभी-कभी यह खान-पान में बदलाव के कारण भी हो सकता है. इससे पाचन थोड़ा धीमा पड़ जाता है. कब्ज मानसिक तनाव के कारण भी हो सकता है. लेकिन कब्ज की परेशानी अगर ज्यादा बढ़ जाए तो फिर आप इसका इलाज कराएं. नहीं तो फिर यह गंभीर रूप ले सकती है.
- अपनी डाइट में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं. आप आहार में फल, सब्जियां और साबुत अनाज को शामिल करें. यह पाचन आपका बेहतर कर सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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