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घोड़े बेचकर सोते हुए लोगों को खुद के खर्राटे क्यों नहीं सुनाई देते? जान लीजिए जवाब

Why Does Snoring Occur: रात में खर्राटों से सबका जीना मुश्किल करने के बाद सुबह लोग भूल जाते हैं कि वो ऐसा करते हैं. खर्राटे लेने के पीछे कई चीजें जिम्मेदार हो सकती हैं.

घोड़े बेचकर सोते हुए लोगों को खुद के खर्राटे क्यों नहीं सुनाई देते? जान लीजिए जवाब
किस वजह से आते हैं खर्राटे

कई लोग जब सोते हैं तो आसपास के लोगों की नींद उड़ा देते हैं, क्योंकि उनके तेज खर्राटों से वहां मौजूद लोगों को काफी परेशानी होती है. आपके आसपास भी कई ऐसे लोग होंगे, जो रात को तेज खर्राटे लेते हैं और सुबह भूल जाते हैं. अक्सर लोग इस बात को मानने के लिए तैयार ही नहीं होते हैं कि वो रात में लोगों की नींद हराम कर रहे थे. आज हम आपको यही बताएंगे कि आखिर क्यों इंसानों को खर्राटे लेने की आदत पड़ती है और इसके बारे में पूरी दुनिया को पता चल जाए, लेकिन उन्हें इसका एहसास क्यों नहीं होता है. 

खर्राटे से दूसरों को होती है परेशानी

खर्राटा लेना वैसे तो एक आम समस्या है, लेकिन कई बार ये विवाद की वजह बन जाते हैं. ऐसे कई मामले देखे गए हैं जब शादी के बाद पत्नी या फिर पति अपने पार्टनर के खर्राटों से परेशान हुए और बात तलाक तक पहुंच गई. इसके अलावा कई परिवारों में ये रोजाना के झगड़े की वजह बन जाते हैं. हालांकि खर्राटे लेने वाले शख्स को इक मर्ज की खबर तक नहीं होती है, यानी ये सिर्फ दूसरों को परेशान करता है और खर्राटे लेने वाला इंसान आराम से गहरी नींद में सोता रहता है. 

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अपने खर्राटे क्यों नहीं सुनाई देते?

अब ये जानना जरूरी है कि जो इंसान खर्राटे ले रहा है, उसे इसका पता कैसे नहीं चलता है. दरअसल सोते हुए भी हमारे कान सुन सकते हैं, लेकिन कुछ आवाजों को दिमाग इग्नोर कर देता है. इंसान खर्राटे लेते हुए गहरी नींद में होता है, ऐसे में खुद के मुंह से निकलने वाली ये आवाज कानों तक तो पहुंचती है, लेकिन इसे दिमाग नजरअंदाज करता है. कुछ मामलों में तेज खर्राटे लेने पर इंसान को एक पल के लिए इसका पता चलता है, लेकिन फिर से वो नींद में चला जाता है. इस दौरान अगर कोई चिल्लाता है या फिर कुछ बोलता है तो ये आवाज सुनकर दिमाग तुरंत सतर्क होता है और आप उठ जाते हैं.

क्यों आते हैं खर्राटे?

नींद में जब हम तेजी से सांस लेते और छोड़ते हैं तो हमारे सिर और गर्दन के सॉफ्ट टिश्यू (ऊतक) में वाइब्रेशन होता है. यही खर्राटों के तौर पर बाहर सुनाई देता है. सोने के दौरान हवा के रास्ते में अगर रुकावट आई तो खर्राटे आते हैं. जिन लोगों में ये एयर बे सिकुड़कर पतला हो जाता है, उनके खर्राटों की आवाज उतनी तेज आती है. अक्सर ज्यादा शराब पीने वालों को ये समस्या ज्यादा होती है. जुकाम होने पर भी खर्राटों की आवाज आ सकती है. मोटापे की वजह से भी खर्राटे आने की समस्या होती है. 

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