
Seeds for High Blood Pressure: आज के समय में कम उम्र में भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या आम हो गई है. हेल्थ एक्सपर्ट्स इसके पीछे लगातार बढ़ते तनाव, अनहेल्दी खानपान, नींद और शारीरिक गतिविधियों की कमी को अहम कारण बताते हैं. ये सभी मिलकर ब्लड प्रेशर को असंतुलित कर देते हैं. वहीं, हाई बीपी अगर समय रहते कंट्रोल न किया जाए तो यह हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है. ऐसे में बीपी पर ध्यान देना और इसे कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी हो जाता है.
अब, अगर आप भी हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. यहां हम आपको ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने का एक बेहद आसान और असरदार तरीका बता रहे हैं. अधिक कमाल की बात यह है कि ये तरीका पूरी तरह से नेचुरल है, साथ ही इसका कोई साइड इफैक्ट भी नहीं है.
क्या है ये खास तरीका?
बीपी को कंट्रोल करने का ये तरीका फेमस न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन सोनिया नारंग ने अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया है. अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किए गए एक वीडियो में न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं, हाई बीपी के मरीजों के लिए फ्लैक्स सीड्स यानी अलसी के बीजों का सेवन बेहद फायदेमंद हो सकता है. ब्लड प्रेशर के मरीज अगर नियमित रूप से इन बीजों का सही तरीके से सेवन करें, तो दवाओं पर निर्भरता कम हो सकती है.
कैसे पहुंचाते हैं फायदा? (Flaxseed For High BP)सोनिया नारंग के मुताबिक, अलसी के बीज अल्फा लिनोलेनिक एसिड (ALA) से भरपूर होते हैं. ये ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega-3 Fatty Acid) का एक प्रकार है. ओमेगा-3 फैटी एसिड वैस्कुलर इंफ्लेमेशन को कम करता है, धमनी के लचीलेपन में सुधार करता है, जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है.
न्यूट्रिशनिस्ट से अलग एनआईएच (National Institutes of Health) में प्रकाशित एक क्लीनिकल स्टडी के अनुसार, अलसी के बीजों का नियमित सेवन करने से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर दोनों में कमी देखी जाती है. एक अध्ययन में हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित मरीजों को 6 महीने तक रोज 30 ग्राम अलसी पाउडर दिया गया. तय समय बाद मरीजों के बीपी लेवल में औसतन 10 mmHg तक की गिरावट पाई गई. अच्छी बात यह थी कि प्रभाव ब्लड प्रेशर की कुछ दवाओं के समान ही था और इसका कोई साइड इफैक्ट भी नहीं था.
एनआईएच के अनुसार, अलसी के बीजों में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड (ALA), रक्त धमनियों को लचीला बनाता है, जिससे रक्त प्रवाह बेहतर होता है और बीपी कम होता है.
इन बीजों में लिग्नैन होता है. ये एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो सूजन को कम करता है और हृदय को स्वस्थ बनाता है.
इससे अलग अलसी के बीजों में पोटैशियम और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो सोडियम का प्रभाव कम करते हैं, जिससे भी आपका बीपी कंट्रोल रहता है.
- इसके लिए आप अलसी के बीजों का पाउडर बनाकर रोज 1-2 टेबलस्पून इस पाउडर को दही में डालकर खा सकते हैं.
- सुबह गर्म पानी के साथ 1 चम्मच अलसी पाउडर लेना फायदेमंद हो सकता है.
- अलसी के बीजों को हल्का भूनकर सलाद, दाल या सब्जी में डालकर खाया जा सकता है.
- वहीं, ज्यादा बेहतर नतीजों के लिए आप रोज सुबह खाली पेट अलसी के बीजों का पानी पी सकते हैं. इसके लिए इन बीजों को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें और सुबह खाली पेट इस पानी को पिएं.
दिन में अधिकतम 2 टेबलस्पून (लगभग 30 ग्राम) ही अलसी का सेवन करें, इससे ज्यादा मात्रा ये बीज गैस या पेट दर्द का कारण बन सकते हैं.
अगर आप पहले से कोई दवा ले रहे हैं, तो अलसी के सेवन से पहले डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह जरूर लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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