
Ear Piercing Age: बिटिया के कान छिदवाने को लेकर माता-पिता हमेशा ही इस उलझन में रहते हैं कि आखिर किस उम्र में कान छिदवाना सही है. मन में यह फिक्र रहती है कि कहीं गलती से कच्ची उम्र में ही कान ना छिदवा दें या फिर ऐसा ना हो कि बहुत ज्यादा इंतजार करने के कारण जब कान छिदवाने की बारी आए तो बच्ची को जरूरत से ज्यादा दर्द हो. लेकिन, कान छिदवाने (Ear Piercing) जैसे सवाल लेकर डॉक्टर के पास जाना सही नहीं लगता है, मगर डॉक्टर तो आपके पास यह सलाह लेकर आ ही सकते हैं. इंस्टाग्राम पर डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. ज्योति गुप्ता का अपना अकाउंट है जिसपर उन्होंने बताया है कि बच्चे का कान छिदवाने की सही उम्र (Right Age For Ear Piercing) क्या है और कान छिदवाते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है. आप भी जान लीजिए डॉक्टर की दी सलाह.
बच्चे का कान छिदवाने की सही उम्र क्या है | Right Age For Ear Piercing For Children
डॉक्टर ने बताया कि बच्चे का कान छिदवाने की कोई फिक्स्ड उम्र नहीं होती है, लेकिन माता-पिता को बच्चे का कान तब छिदवाना चाहिए जब बच्चा कान छिदवाने के लिए कहने लगे या इतना बड़ा हो जाए कि अपने कान का ध्यान रख सके. ऐसा इसलिए क्योंकि छिदे हुए कानों को रोजाना साफ करना जरूरी होता है तबतक जबतक कि वो पूरी तरह ठीक ना हो जाएं. इससे कान में किसी तरह का इंफेक्शन भी नहीं होता है. अगर छोटी उम्र में कान छिदवाने (Kaan Chhidwana) ही हैं तो कम से कम बच्चे के 6 महीने का हो जाने तक इंतजार करें. इस समय तक बच्चे का इम्यून सिस्टम डेवलप होने लगता है. डॉक्टर का कहना है कि उनके हिसाब से बच्चे का कान छिदवाने की सही उम्र 6 से 7 साल है. इस समय बच्चा अपने इयरिंग्स का भी ध्यान रख सकता है और कान छिदवाने के प्रोसेस को भी एंजॉय कर पाता है.
कान छिदवाने के दर्द को कैसे कम करेंकान छिदवाने के बाद कान में दर्द होता है तो उस दर्द को कम करने के लिए नंबिंग क्रीम या बर्फ का इस्तेमाल किया जा सकता है. कान छेदने से पहले बच्चे के कान पर बर्फ मली जाए तो इससे दर्द कम होता है.
कैसे इयरिंग्स चुनेंबच्चे के कान छेदने के बाद कान से खून आना, सूजन और इंफेक्शन वगैरह का डर रहता है. ऐसे में डॉक्टर की सलाह है कि कानों के लिए सोने के या फिर स्टेनलेस स्टील के इयरिंग्स (Earrings) चुनें. इससे एलर्जिक रिएक्शन का खतरा कम होता है.
कान छेदने के बाद कब तक पहने रखें इयरिंग्सडॉक्टर का कहना है कि कान छेदने के बाद कान बंद ना हो जाएं इसके लिए 6 से 7 हफ्तों तक कानों में इयरिंग्स रखना जरूरी होता है. डॉक्टर की सलाह है कि कानों में कम से कम 3 महीनों तक इयरिंग्स रखने चाहिए और इयरिंग्स को रोजाना घुमाना चाहिए जिससे कान बंद ना हो जाएं.
अगर कानों में दर्द, सूजन और पस वगैरह जम जाए तो डॉक्टर से कंसल्ट करें.
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