
Skin Care: कई लोग त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते निकलने से परेशान रहते हैं. इसके साथ ही इनमें हल्की जलन या खुजली का एहसास भी परेशान करता है. कई बार ये समस्या कुछ ही देर में ठीक हो जाती, तो कभी व्यक्ति को लंबे समय तक इससे जूझना पड़ता है. अब, अगर आपके साथ भी अक्सर ऐसा होता है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. आइए स्किन एक्सपर्ट से जानते हैं ये समस्या क्यों होती है, ऐसा होने पर तुरंत क्या करना चाहिए और इससे जल्दी राहत कैसे पाई जा सकती है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मामले को लेकर NDTV संग हुई खास बातचीत के दौरान कैलाश हॉस्पिटल, नोएडा की डर्मेटोलॉजिस्ट अनामिका शर्मा ने बताया, 'त्वचा शरीर का सबसे बड़ा अंग है. इसमें कोई भी बदलाव हमारे स्वास्थ्य के बारे में इशारा करता है. इसलिए समय पर पहचान और इलाज बेहद जरूरी है.'
चकत्ते होने के मुख्य कारणएलर्जी रिएक्शन
डॉक्टर बताती हैं, कई लोगों को खाने की कुछ चीजों, दवाइयों, पालतू जानवरों, धूल या कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स से एलर्जी होती है, जिससे चकत्ते बन जाते हैं.
संक्रमणबैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन के कारण चकत्ते हो सकते हैं.
दवा का रिएक्शनकुछ एंटीबायोटिक्स या दर्द की दवाएं त्वचा पर दाने ला सकती हैं.
त्वचा रोगजैसे एक्जिमा, सोरायसिस या एलर्जिक डर्मेटाइटिस के कारण ऐसा हो सकता है.
कीड़े के काटने सेइन सब से अलग किसी कीड़े के काटने पर भी इस तरह की परेशानी हो सकती है.
चकत्ते आने पर क्या करें?- इसके लिए स्किन एक्सपर्ट सबसे पहले त्वचा को हल्के साबुन और ठंडे पानी से धोने की सलाह देती हैं.
- खुजली या जलन पर डॉक्टर द्वारा सुझाई गई एंटी-एलर्जिक क्रीम या लोशन लगाएं.
- ढीले, सूती कपड़े पहनें और गरम, तंग कपड़ों से बचें.
- अगर नई दवा या खाना खाने के बाद चकत्ते आए हों, तो तुरंत डॉक्टर को बताएं.
- इन सब से अलग कोई भी घरेलू नुस्खे अपनाने से पहले विशेषज्ञ की राय लें.
- डर्मेटोलॉजिस्ट अनामिका शर्मा बताती हैं, अगर चकत्ते 2-3 दिन में ठीक न हों तो तुरंत एक्सपर्ट से सलाह लें. इससे अलग-
- तेज खुजली, सूजन, बुखार या सांस लेने में दिक्कत हो
- चकत्तों में पस आ रहा हो या तेजी से पूरे शरीर में फैल रहे हों
- बार-बार होने लगें या पहले से ज्यादा गंभीर हों, तो भी एक्सपर्ट को दिखाना जरूरी है.
डॉक्टर अनामिका शर्मा बताती हैं, त्वचा की किसी भी समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए. बार-बार या लंबे समय तक चकत्ते बने रहना किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. समय पर जांच और इलाज से न सिर्फ परेशानी कम होती है, बल्कि बड़े खतरे से भी बचा जा सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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