
Heart Health : सेहत की बात आती है तो सबसे ज्यादा डर हार्ट (Heart) के हाल को लेकर लगता है. वैसे भी इन दिनों हार्ट अटैक (Heart Attack) का खतरा कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है. ऐसे में जरूर एक सवाल जहन में आता है कि क्या ऐसा कोई टेस्ट (Test) है जिससे ये जाना जा सके कि हार्ट अटैक का खतरा कितना है और दिल कितना सेफ है. इस सवाल का जवाब काफी हद तक हां में हो सकता है. कैल्शियम स्कोरिंग टेस्ट (Calcium Scoring Test) ऐसा ही एक टेस्ट है, जो ये बता सकता है कि आप के दिल पर अटैक का खतरा कितना बढ़ रहा है. आपको बताते हैं क्या है ये टेस्ट और इसे कराने के फायदे नुकसान क्या हैं.
क्या है कैल्शियम स्कोरिंग टेस्ट?| What Is Calcium Scoring Test
क्या होता है ये टेस्ट?
इस टेस्ट क नाम से ये अंदाजा तो आपको हो ही गया होगा कि ये कैल्शियम डिपोजिशन की जांच का टेस्ट है. आपके दिल के आस-पास नसों का एक जाल होता है. इन नसों को आप दिल तक खून जाने का एंट्री और एग्जिट प्वाइंट भी मान सकते हैं. इनमें से कुछ आरटरी भी होती हैं. इन आरटरी के आसपास कितना कैल्शियम जम रहा है और उन्हें सख्त बना रहा है ये जानने के लिए कैल्शियम स्कोरिंग टेस्ट होता है.
कैसे होता है ये टेस्ट?
ये एक तरह का नॉन इनवेसिव टेस्ट है, जिसका मतलब ये है कि शरीर में चीरा लगाकर कोई डिवाइस नहीं डाला जाएगा. बल्कि एक सिटी स्कैन जैसी मशीन पर मरीज को लिटाया जाता है. स्केनर से निकलने वाली रेज दिल के आसपास जमे कैल्शियम का पता लगाती हैं. इसका रिजल्ट नंबर के फॉर्म में मिलता है. अगर रिजल्ट
- 1 से 10 के बीच है तो खतरा कम है
- 11-100 - माइल्ड
- 101-400- मॉडरेट
- 400 से ज्यादा- सीवियर
इस रिजल्ट के आधार पर डॉक्टर बताता है कि आपका ट्रीटमेंट किस स्थिति में आगे बढ़ेगा.
कैल्शियम स्कोरिंग टेस्ट के फायदे और नुकसान?
कैल्शियम स्कोरिंग टेस्ट हार्ट हेल्थ से जुड़ी क्लियर पिक्चर देता है. ये भी कह सकते हैं कि हार्ट को कितना खतरा है इसका अर्ली स्टेज में ही पता चल जाता है. जिनके घर हार्ट हेल्थ से जुड़ी हिस्ट्री रही है. बीपी या शुगर की परेशानी है या फिर स्मोकिंग करते हैं. तो ये टेस्ट करवाना फायदेमंद है. हालांकि, इस टेस्ट से ये नहीं पता चलता कि आरटरी के आसपास कितना नॉन कैल्सिफाइड प्लाक जमा है. टेस्ट करवाने से पहले सारे तथ्य जान लेना चाहिए और डॉक्टर की सलाह से टेस्ट करवाना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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