Parenting Tips: आजकल माता-पिता अपने बच्चों को छोटी उम्र से ही बाहर घूमाने लगे हैं. ऐसा करना गलत नहीं है लेकिन कुछ पेरेंट्स बच्चे को थिएटर में फिल्म दिखाने भी ले जाते हैं. अब सवाल ये है कि क्या ऐसा करना सही है? क्या छोटी उम्र में बच्चे को सिनेमा हॉल में ले जाना चाहिए? इसे लेकर पीडियाट्रिशियन मोहित सेठी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉक्टर ने बताया है कि थिएटर में ले जाने से बच्चे पर कैसा असर पड़ता है और इसके लिए सही उम्र क्या है. आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से-
बच्चे किस उम्र में थिएटर में फिल्में देख सकते हैं?
डॉक्टर मोहित सेठी के अनुसार, 2 साल से कम उम्र के बच्चे को कभी भी थिएटर में फिल्म दिखाने नहीं ले जाना चाहिए. ऐसा करने से उसे एक साथ कई नुकसान झेलने पड़ सकते हैं. जैसे-
तेज आवाज से कान को नुकसानसिनेमा हॉल में साउंड लेवल आमतौर पर 80 से 100 डेसिबल के बीच होता है. इतनी तेज आवाज छोटे बच्चे के नाजुक कानों के लिए खतरनाक हो सकती है. इससे बच्चे को टेम्परेरी हियरिंग लॉस यानी कुछ समय के लिए सुनने में दिक्कत हो सकती है. गंभीर मामलों में बच्चे के सुनने की क्षमता हमेशा के लिए भी जा सकती है.
ओवर-स्टिम्यूलेशन की समस्याथिएटर में कभी तेज रोशनी होती है, तो कभी पूरी तरह अंधेरा. स्क्रीन पर लगातार बदलती तस्वीरें और तेज आवाज बच्चे के दिमाग को जरूरत से ज्यादा उत्तेजित कर देती हैं. इससे बच्चा चिड़चिड़ा, डर या बेचैनी महसूस कर सकता है.
इंफेक्शन का खतराछोटे बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है. थिएटर जैसी भीड़भाड़ वाली जगह पर ले जाने से उन्हें खांसी, जुकाम, वायरल इंफेक्शन जैसी समस्याएं जल्दी हो सकती हैं.
फिर क्या है सही उम्र?डॉक्टर बताते हैं, अगर बच्चा 2 से 4 साल के बीच है, तो उसे लंबे समय की फिल्म दिखाने से बचें. इस उम्र में आप शॉर्ट ड्यूरेशन, किड्स फ्रेंडली, कम आवाज और हल्के विजुअल वाली फिल्में दिखा सकते हैं. अगर बच्चा असहज लगे, तो तुरंत थिएटर से बाहर आ जाना बेहतर है.
5 साल से बड़े बच्चों के लिए सलाह5 साल से ऊपर के बच्चों को आप थिएटर ले जा सकते हैं, लेकिन फिल्म का चुनाव सोच-समझकर करें. फिल्म का सर्टिफिकेशन (U, U/A) जरूर देखें, डरावनी, बहुत तेज आवाज या हिंसक सीन वाली फिल्मों से बचें.
पीडियाट्रिशियन कहते हैं, थिएटर में फिल्म दिखाना मजेदार अनुभव हो सकता है, लेकिन बच्चे की सेहत सबसे पहले आती है. 2 साल से पहले बच्चे को थिएटर न ले जाएं, 2 से 4 साल में सावधानी रखें और 5 साल के बाद सही फिल्म का चुनाव करें. माता-पिता की समझदारी ही बच्चे की सेहत की सबसे बड़ी सुरक्षा है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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