Remedy for Haklana tutlana : बोलने की शुरूआत में बच्चों का हकलाना और तुतलाना सामान्य है लेकिन बड़े होने तक यह परेशानी बनी रहे तो फिर चिंता वाली बात होती है. हालांकि इस समस्या पर सही से ध्यान दिया जाए तो जुबान साफ हो जाएगी. आज इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे पौधे की पत्ती के सेवन के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे हकलाने और तुतलाने में होने वाली तकलीफ से निजात मिल सकता है. यहां पर वच के पौधे के औषधीय गुणों के बारे में बताने वाले हैं. यह पौधा बोलने में आने वाली तकलीफ को दूर कर देगा.
वच पौधे का लाभ
पहाड़ी इलाके में पाया जाने वाला यह पौधा दवाई बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है. इस पौधे के तने को रोज सुबह शाम 1 ग्राम चूसते हैं तो आपको इस परेशानी से राहत मिल जाएगी. यह तना माइग्रेन जैसी बीमारी में भी राहत पहुंचाता है. यह पौधा बच्चों की खांसी जुकाम में भी कारगर साबित होता है.
तुतलाने और हकलाने में अंतर
तुतलाने में शब्दों का सही उच्चारण करने में परेशानी होती है. तुतलाकर बोलने वाले लोग कुछ शब्द जैसे 'र' को 'ड़' या 'ल', 'क' को 'त' बोलते हैं, जबकि हकलाने वाला व्यक्ति रुक-रुक कर अटक कर या एक ही शब्द को रिपीट करता है.
तुतलाने कारण
तुतलाने का कारण जीभ का निचला भाग ज्यादा चिपका होना, जीभ मोटी या तालू का कटा होना होता है. कुछ मामलों में यह आनुवांशिक भी हो सकता है. वहीं, हकलाना किसी बात का दबाव या किसी विषय को लेकर तनाव की स्थिति से होता है.
इलाज
1-जल्दी-जल्दी बोलने के बजाय आराम से शब्दों को बोलने की आदत डालिए.
2- किताब और अखबार बोलकर पढ़ें. पढ़ते समय अपने शब्दों पर ध्यान दीजिए.
3- शीशे के सामने खड़े होकर बोलें, इससे आत्मविश्वास बढ़ता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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