विज्ञापन

पॉटी ट्रेनिंग शुरू करने से पहले बच्चे के व्यवहार और संकेतों को समझना जरूरी, इन 4 चीजों से हर मां समझ जाएगी बच्‍चा है तैयार

बच्चे को पॉटी ट्रेनिंग कैसे दें? हर नई मां चाहती है क‍ि बच्‍चा जल्‍द से जल्‍दी पॉटी करने का संकेत देने लगे, ताक‍ि वह समय पर ट्रेंड हो जाए. इन संकेतों से आप समझ जाएंगे आपका बच्‍चा अब ट्रेन‍िंग के ल‍िए तैयार है.

पॉटी ट्रेनिंग शुरू करने से पहले बच्चे के व्यवहार और संकेतों को समझना जरूरी, इन 4 चीजों से हर मां समझ जाएगी बच्‍चा है तैयार
पॉटी ट्रेनिंग कब शुरू करनी चाहिए?

Potty Training For Kids: हर माता पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा जल्दी से पॉटी ट्रेनिंग सीख ले ताकि डायपर से छुटकारा मिल सके. लेकिन कई बार जल्दबाजी में की गई कोशिश बच्चे और माता पिता दोनों के लिए परेशानी का कारण बन जाती है. पॉटी ट्रेनिंग (Potty Training Tips) तभी सफल होती है जब बच्चा खुद इसके लिए तैयार हो. अगर बच्चा (Right Age For Potty Training) तैयार नहीं है और फिर भी आप उस पर दबाव डालते हैं, तो वो डर, चिड़चिड़ापन या जिद्दीपन दिखा सकता है. आइए जानते हैं वो संकेत जो बताते हैं कि आपका बच्चा अभी पॉटी ट्रेनिंग के लिए तैयार नहीं है.

गण‍ित और व‍िज्ञान में बच्‍चा हो रहा है फेल, बस ये 2 तरीके अपनाएं, म‍िनटों में होगा याद, बन जाएगा टॉपर

पॉटी ट्रेनिंग के लिए कितना तैयार है आपका बच्चा (Is Your Kid Ready For Potty Training)

1. बच्चा पॉटी करने के संकेत नहीं बताता

अगर आपका बच्चा पॉटी या यूरीन की जरूरत महसूस होने पर भी आपको नहीं बताता, तो इसका मतलब है कि वो अपने शरीर के संकेतों को अभी पहचान नहीं पाया है. पॉटी ट्रेनिंग शुरू करने से पहले बच्चे को ये समझ आना जरूरी है कि कब उसे बाथरूम जाना है.

2. डायपर गंदा होने पर असहज महसूस नहीं करता

कई बच्चे डायपर गीला या गंदा होने के बाद भी परेशान नहीं होते. अगर आपका बच्चा ऐसे में आराम से खेलता रहता है तो ये साफ संकेत है कि उसे अभी क्लीनलीनेस और असुविधा का एहसास नहीं है. जब बच्चा गंदे डायपर से अनकंफर्टेबल होने लगे. तभी वो इसे छोड़ने के लिए तैयार माना जाता है.

Latest and Breaking News on NDTV
3. बच्चे का ध्यान भटकना

पॉटी ट्रेनिंग में पेशेंस की जरूरत होती है. अगर आपका बच्चा कुछ मिनट भी शांत बैठकर इंतजार नहीं कर पाता या बार बार खेलने के लिए उठ जाता है. तो अभी ट्रेनिंग शुरू करने का सही समय नहीं है.

4. बच्चा कहे नो

अगर आप पॉटी चेयर पर बैठाने की कोशिश करते हैं और बच्चा बार बार मना करता है, रोता है या गुस्सा करता है, तो इसका मतलब है कि वो इस प्रोसेस को लेकर सहज नहीं है. ऐसे में जबरदस्ती करने से डर या तनाव पैदा हो सकता है.

5. बच्चा अभी बोलने या इशारा करने में छोटा है

पॉटी ट्रेनिंग के दौरान बच्चे को अपनी जरूरतें बताने में सक्षम होना चाहिए. अगर वो अभी ठीक से बोल नहीं पाता या इशारे से भी नहीं बता पाता कि उसे पॉटी करनी है. तो थोड़ा और इंतजार करें.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com