विज्ञापन

3 दिन से ज्यादा नाइट ड्यूटी की तो हो जाएगा कैमिकल लोचा, रिसर्च में पाया डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज का है खतरा

Night shift new research : अगर आप भी नाइट शिफ्ट में काम करते हैं तो आपको इससे जुड़े हेल्थ रिस्क जान लेने चाहिए.

3 दिन से ज्यादा नाइट ड्यूटी की तो हो जाएगा कैमिकल लोचा, रिसर्च में पाया डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज का है खतरा
Side effects of night shift : नाइट ड्यूटी करते हैं तो हो सकती हैं ये बीमारियां.

Night Shift Sideeffects: जिंदगी गुजारने के लिए कामकाज जरूरी है. आप बिजनेस करते हैं या जॉब, काम के घंटे  पूरे करने के बाद आपको एक सही और पूरी नींद जरूरी है. लेकिन नए दौर में नाइट शिफ्ट (night shift) का दबाव काफी बढ़ गया है. कई ऑफिस ऐसे हैं जहां रात को भी काम होता है यानी लोगों को नाइट शिफ्ट में भी काम करना होता है. देखा जाए तो विदेशी और मल्टीनेशनल कंपनियों में कामकाज का ये तरीका काफी पॉपुलर हो चुका है लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि ये सेहत (Healtg) के नजरिए से काफी नुकसान देय हो सकता है. हाल ही में कराई गई एक स्टडी (Health Study) में कहा गया है कि केवल तीन दिन की नाइट शिफ्ट करने से ही शरीर को कई गंभीर बीमारियों का रिस्क हो सकता है.

Latest and Breaking News on NDTV

Photo Credit: iStock

पैर इस तरफ करके सोते हैं या पेट के बल लेटते हैं तो आपकी जिंदगी में आने वाला है यह बड़ा बदलाव

गड़बड़ा जाती है दिमाग की बायोलॉजिकल क्लॉक 


वाशिंगटन की स्टेट यूनिवर्सिटी डॉक्टरों ने इस संबंध में एक स्टडी की जिसे जर्नल ऑफ प्रोटीन रिसर्च में पब्लिश किया गया है. इस स्टडी में कहा गया है कि नाइट शिफ्ट में काम करने लोगों के ब्लड शुगर से रिलेटेड प्रोटीन की लय असंतुलित हो जाती है. इसमें कहा गया है कि नाइट शिफ्ट में काम करने से दिमाग की बायोलॉजिकल क्लॉक गड़बड़ा जाती है जिसके दिमाग और शरीर अव्यवस्थित हो जाते हैं. ये ना केवल तनाव का कारण बनता है बल्कि डायबिटीज और वेट गेन जैसी बीमारियों का भी रिस्क बढ़ जाता है.

Latest and Breaking News on NDTV


नाइट शिफ्ट में काम करने से डायबिटीज और हार्ट डिजीज का खतरा 

स्टेट यूनिवर्सिटी में इस रिसर्च को करने वाले डॉक्टर वान डोंगेन ने कहा कि दिमाग की बायोलॉजिकल क्लॉक ही दिमाग को दिन और रात का फर्क बताती है. ये फर्क महसूस करके ही शरीर काम और आराम के पलों में एक्टिव होता है. अगर ये क्लॉक गलत हो जाए तो दिमाग तनाव का शिकार होने लगता है और इसका शरीर पर भी असर पड़ता है.

इनका ये भी कहना है कि रात की शिफ्ट करने से डायबिटीज , मोटापा और हाई बीपी का भी खतरा बढ़ जाता है. इसके लिए ब्लड टेस्ट की मदद से इम्यून सेल्स की जांच की गई. नाइट शिफ्ट में इम्यून सेल्स तो सही दिखे लेकिन दूसरे सेल्स के प्रोटीन में बदलाव देखे गए. नाइट शिफ्ट में काम करने वाले लोगों के शरीर में  इंसुलिन प्रोडक्शन और इंसुलिन सेंसिटिविटी में कोई कनेक्टिविटी नहीं देखने को मिली. इससे पहले कई स्टडी ये भी कह चुकी है कि नाइट शिफ्ट में काम करने वाले लोगों में हाई बीपी और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है. 

गर्मियों में भी फटने लगी हैं एड़ियां, तो जानिए इसका कारण और घरेलू उपचार

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
बगैर ट्यूशन के भी क्लास में फर्स्ट आ सकता है बच्चा, बस आपको फॉलो करने होगे ये पेरेंटिंग टिप्स
3 दिन से ज्यादा नाइट ड्यूटी की तो हो जाएगा कैमिकल लोचा, रिसर्च में पाया डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज का है खतरा
कब्ज से सबसे जल्दी राहत दिलाता है यह एक नुस्खा, रात में इस तरह आजमाएंगे तो अगली सुबह पेट हो जाएगा साफ 
Next Article
कब्ज से सबसे जल्दी राहत दिलाता है यह एक नुस्खा, रात में इस तरह आजमाएंगे तो अगली सुबह पेट हो जाएगा साफ 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com