
Shahid Kapoor Redefining Parenting Hacks: बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर न सिर्फ बेहतरीन एक्टर हैं, बल्कि एक सपोर्टिंग हस्बैंड और बेस्ट फादर भी हैं. दो बच्चों के पिता शाहिद कपूर लाइमलाइट से दूर रखकर अपने बच्चों को नॉर्मल पेरेंट्स की तरह ही परवरिश (Bacchon Ki Parvarish Kaise Karen) देते हैं. जिनसे हमें भी सीखने की जरूरत है. हाल ही में शाहिद कपूर का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड कर रहा है, जिसमें वह आम आदमी की तरह अपने बच्चे को साइकिलिंग करवाते हुए नजर आ रहे हैं. आइए आपको भी दिखाते हैं शाहिद का यह वीडियो और आपको बताते हैं 10 पेरेंटिंग टिप्स जिसे आपको भी अपने बच्चों की परवरिश में अपनाना चाहिए.
बेटे जैन कपूर के साथ शाहिद का प्यारा सा वीडियो (Shahid's Cute Video With Son Zain Kapoor)
इंस्टाग्राम पर bollywoodbubble नाम से बने पेज पर बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर का एक वीडियो पोस्ट किया गया हैं. इस वीडियो में वह अपने बेटे जैन को साइकिल चलाना सिखाते हुए नजर आ रहे हैं और बिल्कुल कॉमन मैन की तरह उसे सपोर्ट दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर शाहिद का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा हैं और हजारों लोग इसे लाइक कर चुके हैं. बता दें कि शाहिद कपूर ने मीरा राजपूत से साल 2015 में शादी की थी, 2016 में उनकी पहली बेटी मीशा का जन्म हुआ. इसके बाद 2018 में उनके बेटे जैन का जन्म हुआ. शाहिद अपनी फैमिली के साथ टाइम स्पेंड करना बहुत पसंद करते हैं और अपने बच्चों को पूरा टाइम देते हैं.
शाहिद कपूर से सीखें 10 पेरेंटिंग टिप्स (10 Parenting Tips From Shahid Kapoor)
बच्चों से कम्युनिकेशन करें, ऑर्डर नहीं दें : बच्चों को छोटी-छोटी बातें समझाना बहुत मुश्किल होता है. ऐसे में बच्चों के साथ कम्युनिकेशन को प्रॉपर रखें, छोटी-छोटी बातों के लिए उन्हें आदेश नहीं दें, बल्कि समझाएं.
- प्यार जताना सीखें : बच्चों को गले लगाना, सिर पर हाथ रखना, आई लव यू कहना उन्हें इमोशनल सिक्योरिटी देता है और बच्चे खुद को पेरेंट्स से ज्यादा कनेक्ट महसूस करते हैं.
- क्वालिटी टाइम दें : मोबाइल, टीवी, लैपटॉप को छोड़कर अपने बच्चों के साथ समय बिताएं. उनके साथ गेम खेलें, उनकी बातें सुनें, दिन भर के एक्सपीरियंस एक दूसरे के साथ शेयर करें और क्वालिटी टाइम स्पेंड करें.
- बच्चों को सीखने की आजादी दें : बच्चों को छोटी-छोटी गलती पर डांटने की वजह उनकी गलती से उन्हें सीखने का मौका दें, क्योंकि यह बच्चों को आगे जाकर हार को एक्सेप्ट करके नई चीजें सीखने के लिए मोटिवेट करता है.
- प्यार से डिसिप्लिन सिखाएं : बच्चे कोई भी चीज मारपीट या डांटने की जगह प्यार से अच्छी तरह से समझते हैं. बच्चों के लिए नियम बनाएं और खुद भी उन नियमों का पालन करें, ताकि बच्चे डिसिप्लिन रहे.
- बच्चों की क्रिएटिविटी को पहचाने और उन्हें मोटिवेट करें : हर बच्चा अलग होता है, इसलिए किसी की दूसरे से तुलना ना करें. आप अपने बच्चों की क्रिएटिविटी, उसकी हॉबीज को पहचाने और उसे और आगे बढ़ाने के लिए मोटिवेट करें.
- हेल्दी हैबिट्स डालें : बच्चों में हेल्दी और अच्छी हैबिट्स डालना बहुत जरूरी है. खाने पीने का समय, सोने जागने का समय, स्क्रीन टाइम, खेलने का समय से लेकर उनकी एक रूटीन सेट करें और हेल्दी आदतें इनकल्केट करें.
- बच्चों के दोस्त बनें, लेकिन माता-पिता रहना ना भूले : बच्चों के साथ दोस्तों जैसा व्यवहार करें, पर जरूरत पड़ने पर माता-पिता बनकर उन्हें सही दिशा भी दिखाएं.
- बच्चों के सामने पॉजिटिव माहौल बनाएं : बच्चा जो देखता है वही सिखाता है और आगे जाकर उसी को दोहराता है. ऐसे में घर में पॉजिटिव माहौल बनाकर रखें, ताकि बच्चा उसी माहौल में पले-बढ़ें और आगे जाकर ऐसी ही हैबिट्स अपनाएं.
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