
Rental Wives of Thailand: थाईलैंड एक खूबसूरत देश है. हर साल लाखों टूरिस्ट यहां घूमने आते हैं. यहां के बीच, खाना और नाइट लाइफ पूरी दुनिया में मशहूर हैं. लेकिन इन सब से अलग क्या आप जानते हैं कि थाईलैंड में लोग सिर्फ कमरे, होटल या ऑफिस ही नहीं, बल्कि पत्नी भी किराए पर खरीद सकते हैं? इस प्रचलन को यहां 'वाइफ ऑन हायर' और 'ब्लैक पर्ल' (Black Pearl) कहा जाता है. यह एक तरह का अस्थाई विवाह होता है, जिसमें किसी युवती को पैसे देकर कुछ समय के लिए पत्नी बनाया जा सकता है. तय समय तक वह युवती वाइफ के सारे फर्ज अदा करती है. आइए जानते हैं क्या है थाईलैंड में तेजी से फलता-फूलता रेंटल वाइफ का चलन, कौन होती है रेंटल वाइफ और कैसे हुई इसकी शुरुआत.
कैसे हुई शुरुआत?
जानकारी के अनुसार, रेंटल वाइफ का चलन सबसे पहले पटाया और बैंकॉक जैसे शहरों में शुरू हुआ था. बताया जाता है कि इन शहरों में दूर देशों से टूरिस्ट आते थे, उस वक्त वे अपना अकेलापन दूर करने के लिए किसी साथी की तलाश में होते थे. तब लोकल महिलाएं सीमित समय के लिए साथी की भूमिका निभाती थीं, जैसे साथ समय बिताना, बातचीत करना, आसपास घूमना और घरेलू कामों में मदद करना. यह आपसी सहमति पर आधारित रिश्ता होता था. धीरे-धीरे यह एक ट्रेंड बन गया, जिसे अब 'वाइफ ऑन हायर', 'ब्लैक पर्ल' या सीधे शब्दों में 'रेंटल वाइफ' कहा जाता है.
कौन होती हैं रेंटल वाइफ?
बताया जाता है कि रेंटल वाइफ आमतौर पर गरीब ग्रामीण महिलाएं होती हैं. वे बार, मसाज सेंटर या क्लब में काम करती हैं. यहीं से उनकी मुलाकात विदेशी टूरिस्ट से होती है. ज्यादातर महिलाएं आर्थिक कारणों से इस काम को चुनती हैं. उनके लिए यह एक तरीका होता है जिससे वे अपनी रोजी-रोटी चला सकें. हालांकि, इसे लेकर उनपर किसी तरह का कोई दवाब नहीं होता है. वहीं, कई बार ऐसे रिश्तों में आपसी समझ इतनी अच्छी हो जाती है कि दोनों व्यक्ति एक-दूसरे के साथ लंबे समय तक जुड़े रहते हैं. कुछ मामलों में यह दोस्ती आगे चलकर स्थायी रिश्ते में भी बदल जाती है.
कैसे तय होते हैं रेट?किराए की रकम महिला की उम्र, सुंदरता, शिक्षा और समय के अनुसार तय होती है. रेट आमतौर पर 1600 डॉलर यानी 1.3 लाख रुपये से शुरू होकर 70-80 लाख रुपये तक भी जा सकता है. कुछ महिलाएं हफ्ते भर के पैकेज देती हैं, तो कुछ महीनों के लिए हायर होती हैं.
क्या ये लीगल है?यह प्रथा इतनी प्रचलित है कि इस विषय पर यहां एक किताब भी छप चुकी है. हालांकि, थाईलैंड में रेंटल वाइफ को लेकर फिलहाल कोई खास कानून नहीं है.
जापान और कोरिया से आया आइडियाकहा जाता है कि थाईलैंड से अलग जापान और कोरिया जैसे देशों में ये प्रथा पहले से चली आ रही है. वहीं, इसके तेजी से बढ़ने के कई कारण हैं. शहरीकरण और बिजी लाइफ में लोगों का अकेलापन बढ़ रहा है. ऐसे में लोग स्थाई रिश्ते की जगह अस्थाई रिश्ता बनाना पसंद करने लगे हैं. थाईलैंड की सरकार का भी मानना है कि रेंटल वाइफ की प्रथा देश में मौजूद है और पर्यटकों के कारण यह व्यवसाय का रूप ले चुकी है. सरकार अब इस पर कानूनी नियंत्रण लाने की बातें कर रही है, ताकि महिलाओं का शोषण न हो और सब कुछ एक दायरे में रहे.
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