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This Article is From Nov 30, 2023

बच्चे की जिद देख माता-पिता को नाराज होने के बजाय करने चाहिए ये काम, फिर बदतमीजी नहीं करेगा बच्चा 

Disrespectful Children: अगर आपका बच्चा भी बात नहीं सुनता और अपनी बात मनवाने के लिए बदतमीजी करने लगता है तो माता-पिता होने के नाते आप कुछ बातों को ध्यान में रखकर स्थिति कंट्रोल में ला सकते हैं. 

बच्चे की जिद देख माता-पिता को नाराज होने के बजाय करने चाहिए ये काम, फिर बदतमीजी नहीं करेगा बच्चा 
How To Handle Stubborn Children: इस तरह जिद्दी बच्चों को संभाल सकते हैं आप. 

Parenting Tips: बच्चे छोटे हों या बड़े जिद करने की आदत ऐसी है जो एक बार लग जाए तो फिर जाने का नाम नहीं लेती. कई बार बच्चे अपनी बात मनवाने के लिए भरे बाजार में हाथ-पैर पटक कर रोने लगते हैं तो कभी चिल्लाते हुए माता-पिता (Parents) पर ही हाथ उठाना शुरू कर देते हैं. ऐसे में पैरेंट्स समझ नहीं पाते कि बच्चे को किस तरह शांत करवाया जाए या उसकी ये बुरी आदतें कैसे छुड़ाएं. यहां ऐसे ही कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे आप जिद्दी बच्चे (Stubborn Child) की बदतमीजी की आदत छुड़वा सकते हैं और उसकी जिद पूरी करने से बच सकते हैं. 

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जिद्दी बच्चों को कैसे संभालें | How To Handle Stubborn Children 

परिणाम से कराएं अवगत 

जब बच्चा चिल्लाए या किसी सामान को खरीदने की लगातार जिद करता रहे तो उससे गुस्सा होने के बजाय उसे बताएं कि उसके इस व्यवहार का परिणाम क्या हो सकता है. उसे कहें कि अगर उसका यही व्यवहार जारी रहा तो आप वहां से निकल जाएंगे या उसे फिर दोबारा बाहर नहीं लेकर आएंगे. इस तरह की बातें बच्चे को व्यवहार (Behavior) सुधारने के लिए प्रभावित कर सकती हैं. 

अच्छे व्यवहार पर बात करें 

कई बार बच्चे प्यार से समझाने पर बहुत कुछ सीख जाते हैं बजाय डांट खाने के. जिस वक्त बच्चा चिल्ला रहा है या बदतमीजी कर रहा है उस समय आप शांत व्यवहार अपनाते हुए उसे प्यार से समझाने की कोशिश करें कि उसकी वजह से बाकी लोगों को परेशानी हो रही है. कई बार माता-पिता की प्यार से समझाई गई बात बच्चों के अंतर्मन को छू जाती है. 

अपनी बात मनवाने की कोशिश करें 

अगर बच्चा किसी चीज के लिए बहुत ज्यादा देर से जिद कर रहा है तो उसपर चिल्लाकर चुप करवाने के बजाए आप थोड़ा तालमोल कर सकते हैं, जैसे उसे कहें कि इस चीज के लिए मत जिद करो हम तुम्हें कुछ और दिला देंगे. उसे 2 चीजों के ऑप्शन दें और दोनों में से एक चुनने के लिए कहें. बच्चे को कहें कि उसे या तो आपके दिए ऑप्शन में से कुछ मिलेगा या फिर कुछ भी नहीं मिलेगा. इस तरह बच्चे को आखिर में आपकी बात मानना ही सही लगेगा. 

उसकी परेशानी की जड़ तक जाएं 

कई बार बच्चे की जिद, गुस्सा (Anger) या बदतमीजी माता-पिता का ध्यान अपनी तरफ खींचने की कोशिश होती है. हो सकता है बच्चा अंटेशन पाने के लिए ऐसा कर रहा हो और यह चाहता हो कि उसपर किसी भी तरह बस ध्यान दिया जाए. ऐसे में आप बच्चे से शांति से पूछ सकते हैं कि उसे क्या परेशानी है और उसके इस व्यवहार का क्या कारण है. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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