Parenting Tips: बच्चों की देखभाल करना कोई आसान काम नहीं है. कई बच्चे छोटी-छोटी बातों पर रो पड़ते हैं. हालांकि, बच्चों को शांत या चुप करवाने के लिए माता-पिता तमाम रह उपाय अपनाते हैं, लेकिन इसके बाद भी बच्चा बात-बात पर रोने लगते हैं, जिसके चलते माता-पिता समझ नहीं पाते कि वे क्यों रो रहे हैं. दरअसल, अक्सर बच्चे बिस्कुट टूट जाने पर भी रोते हैं. खिलौना टूट जाने पर भी रोते हैं. इसके अलावा किसी बात के लिए मना करने पर भी रोते हैं. हालांकि, इसे ठीक से समझना जरूरी है. क्योंकि बच्चों का रोना सिर्फ कमजोरी की निशानी नहीं है. यह एक तरह का संवाद भी है. चलिए आपको बताते हैं कि माता-पिता अपने बच्चों को रोने से रोकने या उनका रोना बंद करने के लिए क्या कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें:- नवजात शिशु को भूलकर भी नहीं दिखाएं मोबाइल स्क्रीन, एक्सपर्ट से जानिए बच्चे पर कैसा होता है असर
बच्चे के रोने के पीछे का कारण जानें
सबसे पहले आपको अपने बच्चे के रोने के कारणों पर ध्यान देना चाहिए. बच्चे भूख, थकान, नींद की कमी, ध्यान आकर्षित करने की इच्छा या डर के कारण भी रोते हैं. कुछ बच्चे अपने माता-पिता की प्रतिक्रिया जानने के लिए भी रोते हैं. छोटी उम्र में तो यह सामान्य है, लेकिन बड़े होने पर अगर इस पर कंट्रोल न किया जाए तो यह आदत शर्मनाक हो सकती है. ऐसे में माता पिता को यह समझना जरूरी है कि उनका बच्चा क्यों रो रहे हैं और सही तरीके से प्रतिक्रिया दें.
जब बच्चा रोए तो तुरंत वह न देंकई माता-पिता अपने बच्चों के रोने पर तुरंत उन्हें वो दे देते हैं, जो वे चाहते हैं. इससे बच्चों में यह भावना पैदा होती है कि अगर मैं रोऊंगा, तो मुझे वो मिल जाएगा जो मैं चाहता हूं. इसलिए माता-पिता को थोड़ा रुक कर अपने बच्चों का ध्यान भटकाने की कोशिश करनी चाहिए. बच्चों को भावनाओं को पहचानना सिखाया जाना चाहिए.
बच्चे का रोना कैसे बंद करवाएंहर बच्चा अलग होता है, जो एक के लिए कारगर है, वो दूसरे के लिए कारगर नहीं भी हो सकता, लेकिन प्यार, धैर्य और साफ बातचीत से बच्चे अपनी भावनाओं को निडरता से व्यक्त करेंगे. वे अपने रोने पर कंट्रोल रखेंगे. बच्चों के रोने पर उन्हें गले लगाना, उन्हें दिलासा देना और फिर उन्हें समस्या समझाना मददगार हो सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.