
Japanese Memory techniques: अच्छी मेमोरी की सभी को जरूरत होती है लेकिन पढ़ाई करने वाले बच्चों और युवाओं को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है. उन्हें अपनी पढ़ाई से जरूरी चीजें याद रखना पड़ता है ताकि वे आगे की पढ़ाई को आसानी से समझ पाएं. जापान में मेमोरी को तेज (Kaise Kare Memory Tej) करने और बढ़ाने के पारंपरिक उपाय (Memory Tej Karne Ke Upay) अपनाए जाते हैं. इन उपायों का लंबे समय के रिसर्च के बाद तैयार किया गया है और ये बहुत असरदार भी हैं. इन टेक्नीक की मदद से परीक्षाओं की तैयारी करने में भी काफी मदद मिल सकती है. याद करने में आसानी होने के कारण परीक्षा को लेकर होने वाले टेंशन से भी बचने में मदद मिलेगी. आइए जानते हैं मेमोरी को तेज करने वाली जापानी मेमोरी टेक्निक्स (Japanese Memory techniques).
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हर छात्र को जानने चाहिए जापान के ये मेमोरी बढ़ाने वाले टैक्नीक्स (Japanese Memory techniques every student must know)
स्पेस्ड रेपेटीशन (Spaced repetition)
स्पेस्ड रेपेटीशन मेमोरी को बढ़ाने का खास तरीका है. इसमें चीजों को बार बार दोहरा कर याद किया जाता है. याद की गई चीजों को दोहराने के बीच के समय को धीरे-धीरे बढ़ाया जाता है. इससे चीजों को लंबे समय तक याद रखने में मदद मिलती है.
विजुअल मेमनिक्स या कैनजी स्टाइल (Visual Mnemonics or Kanji style)
विजुअल मेमनिक्स में जानकारी को याद रखने में के लिए चित्रों, प्रतीकों या दृश्यों की मदद ली जाती है. इस टेक्नीक में जिस चीज को याद करना है उसे चित्रों से जोड़ दिया जाता है. चित्रों अक्षरों या शब्दों को मिलाकर भी विजुअल मेमोरी भी जानकारी को आसानी से याद रखने में मदद करते हैं.

मेमोरी पैलेस या लोकी तकनीक (Memory Palace or Method of Loci)
मेमोरी पैलेस तकनीक जानकारी को अधिक प्रभावी ढंग से याद रखने में मदद करती है. इस तकनीक की मदद लेने के लिए याद रखने वाली चीज को अपने परिचित जगह से जोड़कर याद रखा जाता है. इससे वह चीज आपके ब्रेन में खास जगह बना लेती है.
चांटिंग या काकेगोए टेक्नीक (Chanting & Rhythm or kakegoe)
बच्चे अक्सर फार्मूला, पोएम जैसी चीजों को याद करने के लिए उसे लयबद्ध तरीके से दोहराते हुए गाते हैं और इसे ही जापान में काकेगोए टेक्नीक के नाम से जाना जाता है.
माइंड मैपिंग (Mind Mapping)
माइंड मैंपिंग में याद की जाने वाली मुख्य चीज से बाकी चीजों के संबंध को मैप के जरिए जोड़कर देखा जाता है. यह याद रखने का काफी पावरफुल तरीका है.
हर दिन प्रैक्टिस या शू एंड काइज़ेन (Shū & Kaizen: Focus and Daily Practice)
जापान में मेमोरी को तेज करने के लिए शू एंड काइज़ेन यानी फोकस और हर दिन प्रैक्टिस की टेक्नीक भी काफी प्रचलित है. इससे चीजों को लंबे समय तक याद रखने में काफी मदद मिलती है.
प्रैक्टिस से मिलेगी सफलता
मेमोरी बढ़ाने वाली ये सभी जापानी तकनीक बार बार प्रैक्टिस करने की बात कहती है. चीजों को बार बार दोहराने से वे हमारे मेमोरी में इस तरह बस जाती हैं कि उनके भूलने का खतरा बहुत कम हो जाता है. इन टेक्नीक्स का लाभ लेने के लिए किन्हीं दो को आप अपने रूटीन में शामिल कर सकते हैं. आप चाहे कोई परीक्षा दे रहे हों, साक्षात्कार की तैयारी कर रहे हों या कोई नई भाषा सीख रहे हों ये टेक्नीक आपके काफी काम आ सकती हैं.
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