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सिर पर नहीं हैं बाल तो इस मंदिर में जाने का बना लें प्लान, यहां प्रार्थना करने से आते हैं काले-लंबे और घने बाल

Japan Mikami Shrine Temple: जापान के क्योटो शहर के अराशियामा इलाके में मशहूर बैंबू फॉरेस्ट के पास एक मंदिर है. जहां लोग सफलता की दुआ नहीं, बल्कि अपने बालों की सेहत के लिए प्रार्थना करने आते हैं.

सिर पर नहीं हैं बाल तो इस मंदिर में जाने का बना लें प्लान, यहां प्रार्थना करने से आते हैं काले-लंबे और घने बाल
यहां झड़ते बालों के लिए मांगी जाती है दुआ
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Japan Unique Temple For Hair Loss: मंदिर में हर कोई सुख-शांति और सफलता की मन्नत मांगने के लिए जाता है, लेकिन कभी आपने ऐसा सुना है जहां बाल झड़ने दुआ मांगी जाती है. दरअसल, दुनिया में कई ऐसे मंदिर हैं, जिनकी मान्यताएं लोगों को हैरान कर देती हैं. ऐसा ही एक मंदिर जापान के क्योटो शहर के अराशियामा इलाके में मशहूर बैंबू फॉरेस्ट के पास एक छोटा सा मंदिर है, जिसका नाम मिकामी श्राइन है. सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि यहां पर लोग सफलता की दुआ नहीं, बल्कि अपने बालों की सेहत के लिए प्रार्थना करने आते हैं. मान्यता है कि यहां पर लोग गंजेपन से राहत के लिए प्रार्थना करने पहुंचते हैं.

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कहां है बालों के लिए दुआ मांगने वाला मंदिर

जापान के क्योटो शहर के अराशियामा इलाके में मशहूर बैंबू फॉरेस्ट के पास मिकामी श्राइन के नाम से यह मंदिर स्थित है. मिकामी श्राइन अपनी अनोखी मान्यता के कारण यह दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां दावा किया जाता है कि लोग अपने बालों की सेहत के लिए पूजा करते हैं.

कब हुई थी मंदिर की स्थापना

इस मंदिर की स्थापना 1960 में हुई थी. मिकामी श्राइन को फुजीवारा उनेमेनोसुके मसायुकी को समर्पित किया गया है, जिन्हें जापान का पहला हेयरड्रेसर माना जाता है. कहा जाता है कि उनके काम से प्रभावित होकर सदियों तक जापान में नाई और हेयर सैलून हर महीने उनकी पुण्यतिथि मनाते थे, यानी 17 तारीख को ये लोग अपनी दुकानें बंद रखते थे. यही वजह है कि आज भी बड़ी संख्या में बार्बर, हेयर स्टाइलिस्ट और ब्यूटीशियन इस मंदिर में आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं.

इंस्टाग्राम पर @shervin_travels नामक हैंडल से एक वीडियो शेयर किया गया है. जिसमें इस मंदिर के बारे में बताया गया है. इंस्टाग्राम यूजर ने बताया कि श्रद्धालु कम्पात्सु नामक एक बाल चढ़ाते हैं. यहां पर सबसे पहले एक लिफाफा खरीदा जाता है और उस पर नाम और जन्मतिथि जैसी व्यक्तिगत जानकारी लिखी जाती है. इसके बाद शिंटो पुजारी बालों का एक छोटा सा गुच्छा काटकर लिफाफे में रखता है और श्रद्धालु के लिए प्रार्थना करता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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