Chitranjali photo competition : एक ही छत के नीचे देश की संस्कृति, पर्वों एवं त्योहारों के दर्शन किये जा सकते हैं - प्रहलाद पटेल

Chitranjali Photo Contest : जिस तरह महाभारत में कर्ण तीर बनकर अपने लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखते थे, उसी तरह महेंद्र चौधरी जी की आंख भी लक्ष्य को पहचान कर अपने कैमरे में कैद कर लेती थी. 

Chitranjali photo competition : एक ही छत के नीचे देश की संस्कृति, पर्वों एवं त्योहारों के दर्शन किये जा सकते हैं - प्रहलाद पटेल

बीते दो दशक से ज्यादा समय से निरंतर चित्रांजली फोटो प्रतियोगिता राष्ट्रीय स्तर पर लाखों लोगों तक पहुंच रही है.

जबलपुर। संस्कारधानी जबलपुर के ख्यातिलब्ध फोटोग्राफर स्व. महेंद्र चौधरी की स्मृति में रविवार को होटल गुलजार में राष्ट्रीय स्तर की फोटो प्रतियोगिता में कैमरे के कलाकारों को सम्मानित किया गया. इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि जिस तरह महाभारत में कर्ण तीर बनकर अपने लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखते थे, उसी तरह महेंद्र चौधरी जी की आंख भी लक्ष्य को पहचान कर अपने कैमरे में कैद कर लेती थी. श्री पटेल ने कहा कि इतिहास रचने में कैमरे की महत्वपूर्ण भूमिका है, इनके माध्यम से समय या क्षण को कैद किया जा सकता है.

श्री पटेल ने आगे कहा कि स्व. चौधरी की स्मृति में बीते दो दशक से ज्यादा समय से निरंतर चित्रांजली फोटो प्रतियोगिता (Chitranjali Photo Contest) राष्ट्रीय स्तर पर लाखों लोगों तक पहुंच रही है, यह मेरे लिये संतोष का विषय है. श्री पटेल ने कहा यहां एक ही छत के नीचे देश की संस्कृति, पर्वों एवं त्योहारों के दर्शन किये जा सकते हैं.

कार्यक्रम में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने कहा कि चित्रांजली फोटो प्रतियोगिता को लगातार 24 वर्षों से आयोजित करने के लिये चित्रांजलि समिति साधुवाद की पात्र है. जिन्होंने नगर में राष्ट्रीय स्तर के चित्रों का प्रदर्शन कर दिखाया है. महापौर ने घोषणा की अगले वर्ष से वीडियो जर्नलिस्ट पुरस्कार की राशि को बढ़ाया जाएगा ताकि नगर के वीडियो जर्नलिस्ट प्रोत्साहित हो सके. कार्यक्रम में पाटन विधायक अजय विश्नोई ने कहा कि चित्रों की यह यात्रा नगर से होते हुए अब पूरे राष्ट्र तक पहुंच गई है.

समारोह में उत्तर मध्य विधायक विनय सक्सेना ने कहा कि यह केवल चित्रांजली फोटो प्रतियोगिता के माध्यम से संभव हुआ है,  यहां पर देश संस्कृति के सभी रंगों को देखा जा सकता है. इस तरह की विविधता से भरे चित्रों को प्रदर्शित व सम्मानित करना चित्रांजलि प्रतियोगिता के मंच से संभव हो सका है. कलेक्टर डॉ सौरभ सुमन ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया एवं प्रस्तुत चित्रों की प्रशंसा की.

स्मारिका का विमोचन अरुण कांत अग्रवाल, श्रीमती चंद्र चौधरी, जया चौधरी , रेखा चौधरी एवं वर्षा जैन द्वारा कराया गया. नगर की सुप्रसिद्ध महिला श्री जानकी बैंड ने अपने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी कार्यक्रम में एक लाख रुपए का प्रथम पुरस्कार पश्चिम बंगाल के प्रियंकर दत्तागुप्ता, पचास हजार का द्वितीय प्रतियोगिता रूमिला डे और पच्चीस हजार का तृतीय पुरस्कार  इंद्रनील सेनगुप्ता को प्रदान किया गया.

वीडियो वीडियो जर्नलिस्ट आईबीसी के सतीश सराठे को प्रथम आई एन एच के देवेंद्र विश्वकर्मा को द्वितीय एवं स्वराज एक्सप्रेस के शिव गुप्ता को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. फेस्टिवल ऑफ जबलपुर के लिए ₹21000 का प्रथम पुरस्कार रुद्राक्ष द्वितीय  लवली दीवान, तृतीय ओमप्रकाश नेमा को प्राप्त हुआ.

राष्ट्रीय स्तर पर 9000 चित्रों को जज करने वाले आदित अग्रवाल, कैलाश मित्तल इंदौर , विजय कुमार अग्रवाला विशाखापट्टनम से इस कार्यक्रम हेतु जबलपुर पहुंचे. फोटोग्राफिक सोसाइटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य अग्रवाल ने बताया कि चित्रांजलि में देश के सभी राज्यों से छायाचित्र प्राप्त हुए हैं इनमें से विजेता का चयन करना बहुत दुष्कर कार्य था. वीडियो जर्नलिस्ट प्रतियोगिता के जज संजय मलिक संजू , राजेश विश्वकर्मा पिंटू, विजेंद्र पांडे  एवं फेस्टिवल ऑफ जबलपुर के जज प्रदीप परिहार,  विनय केसरवानी , संदीप नेमा को सम्मानित किया गया.  

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इस मौके पर रोटरी गर्वनर अखिल मिश्रा, रोटरी अध्यक्ष हरीश रिजवानी, चित्रांजलि समिति के अध्यक्ष राजेश चौधरी, जैन पंचायत सभा के अध्यक्ष कैलाश चंद्र जैन एमआईसी सदस्य अमरीश मिश्रा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के ट्रस्टी आलोक जैन भारतीय जनता पार्टी के कोषाध्यक्ष अखिलेश जैन, धीरज पटेल , सारंग भिड़े,  मनोज श्रीवास्तव सोनू सचदेवा उपस्थित थे