Tattoo-Piercing Alert : फैशन और मौसम के बीच तालमेल होना बहुत आवश्यक होता है. अगर ऐसा न हो तो यह आपकी सेहत के लिए बेहद खराब साबित हो सकता है. दरअसल आजकल टैटू और पियर्सिंग (Tattoo and Piercing) कराने का फैशन बढ़ रहा है, युवा अपनी पसंद से शरीर पर टैटू और पियर्सिंग करा रहे हैं.
वहीं अगर आप भी इस बरसात के मौसम (Monsoon) में टैटू और पियर्सिंग कराने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको बता दें कि ऐसा करना आपको परेशानी में डाल सकता है. आइए बताते हैं कि आखिर कैसे मानसून में इसे करवाना आपके के लिए खतरनाक हो सकता है और क्यों सावधान रहने की जरूरत होती है.
क्या है टैटू और पियर्सिंग
बॉडी पर परमानेंट इंक से बनाए जाने वाले छोटे-बड़े डिजाइन को टैटू कहते हैं. वहीं, चेहरे या शरीर के किसी भी भाग पर छेदकर पहनी जाने वाली बाली या पिन को पियर्सिंग कहते हैं. इसे कराने में काफी दर्द होता है ये जानते हुए भी लोग इसे कराते हैं.
मानसून में टैटू बनवाने से खतरा
बारिश में टैटू या पियरसिंग करवाकर खुद को परेशानी में डाल सकते हैं. इसके अलावा आपने करवा लिया है तो घर से बाहर निकलने की गलती मत करिए. क्योंकि बरसात में टैटू या पियर्सिंग करवाने से खतरनाक एलर्जी हो सकती है. दरअसल टैटू के लिए जिस परमानेंट इंक का यूज होता है उसमें कई प्रकार के खतरनाक केमिकल होते हैं, जो रिएक्शन कर जाते हैं और बारिश में तो इसका खतरा और भी बढ़ जाता है.
मानसून में जख्म पकने का खतरा
अक्सर आपने शरीर के जिस स्थान पर पियर्सिंग पहना है वहां, घाव बन जाने की आशंका रहती है. क्योंकि उस जगह पर बारिश का पानी पड़ने से इंफेक्शन हो जाता है. जिसके कारण वहां ऐसा जख्म बन जाता है. जिसकी आपको सर्जरी तक करानी पड़ सकती है. इस तरह सा आपके फैशन का थोड़ा सा दर्द आपकी बड़ी परेशानी का कारण बन जाता है.
तो अगर आप इस मौसम में टैटू और पियर्सिंग करवाने के बारे में सोच रहे है. तो, अभी थोड़ा इंतजार कर लीजिए. जिससे आप किसी परेशानी में पड़ने से बच जाएं.