Uric acid level : मधुमेह, हाइपरटेंशन, थायराइड, हार्ट डिजीज की तरह ही यूरिक एसिड की बीमारी भी आम होती जा रही है. इसके कारण चलने फिरने में परेशानी होने लगती है. पैर और हाथ में सूजन हो जाती है. यूरिक एसिड प्यूरिन वाले खाद्य पदार्थों का सेवन ज्यादा करने से होता है. इसके चलते गाउट, किडनी और दिल के फेलियर होने का भी जोखिम होता है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि कितना शरीर में यूरिक एसिड होना चाहिए. जिससे आपकी सेहत खराब ना हो.
यूरिक एसिड कितना होना चाहिए
- आपको बता दें कि यूरिक एसिड का लेवल महिलाओं में 6एमजी प्रित डीएल और पुरुषों में 7एमजी प्रति डीएल होता है तो ये अच्छे संकेत नहीं हैं. इससे गंभीर बीमारियां पैदा हो सकती हैं.
- इसके बढ़ने से जोड़ों में दर्द सूजन, जोड़ों के पास की त्वचा की रंगत फीकी पड़ जाती है. वहीं, पेशाब में बहुत ज्यादा गंध आने लगती है. मितली और उल्टी भी महसूस होती है. किडनी स्टोन की भी समस्या पैदा होती है. एक और लक्षण है बार बार पेशाब आना. ऐसी स्थिति में झट से समझ जाना चाहिए कि आपका यूरिक बढ़ गया है. ऐसे में आपको कुछ उपाय अपना लेने चाहिए जिसके बारे में आपको यहां बताया जा रहा है.
घरेलू उपाय यूरिक एसिड में
- हल्दी में करक्यूमिन होता है जो एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है. अगर आप हल्दी वाला दूध पीती हैं तो ब्लड प्रेशर मेंटेन करने में और एसिड कंट्रोल करने में मदद मिलेगी. यह पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है.
- हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दूध में प्यूरीन बेहद कम मात्रा में पाया जाता है. ऐसे में दूध से हमारे शरीर की हड्डियां भी मजबूत बनती हैं. साथ ही, इससे गठिया की समस्या होने की खतरा भी नहीं होता है.
- शरीर में मौजूद यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए विटामिन सी वाली चीजों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए. उदाहरण के लिए, विटामिन सी वाले फल जैसे संतरे, टमाटर, नींबू वगैरह. विटामिन सी वाली चीजें खाने से यूरिक एसिड को आसानी से और कम समय में ही कंट्रोल किया जा सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.