एक्सपर्ट ने बताया पुरानी से पुरानी कब्ज ठीक करने के लिए 3 योग मुद्रा

Yogasan : आज हम आपको यहां पर 3 योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे पेट संबंधी परेशानियों से निजात मिल सकती है. 

एक्सपर्ट ने बताया पुरानी से पुरानी कब्ज ठीक करने के लिए 3 योग मुद्रा

Yoh Mudra : वज्रासन करने से मल त्याग में सुधार होता है और कब्ज से राहत मिलती है.

Yoga mudras to beat constipation : कब्ज सबसे आम पाचन समस्याओं में से एक है जो हर येज ग्रुप के लोगों को प्रभावित करती है. असल में स्ट्रेस, डिहाइड्रेशन और खराब लाइफस्टाइल के कारण लोग इसकी चपेट में आ जाते हैं. इसके कारण मल त्याग करने जैसी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसे में आज हम आपको यहां पर 3 योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे पेट संबंधी (upset stomach) परेशानियों से निजात मिल सकती है. 

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वायु मुद्रा

आयुर्वेद के अनुसार, वायु तत्व हमारे शरीर में वात दोष से जुड़ा हुआ है. वायु मुद्रा का अभ्यास करके, हम अपने शरीर में वायु तत्व के उतार-चढ़ाव को संतुलित कर सकते हैं, जिससे पेट फूलना, अपच और एसिड रिफ्लक्स जैसी गैस्ट्रिक समस्याओं से राहत मिलती है.

अपान मुद्रा

अपान मुद्रा को शुद्धि मुद्रा भी कहा जाता है. यह मुद्रा पित्त को कम करने में मदद करते ही. यह शरीर को डिटॉक्सीफाई भी करती है. इसको करने से 90 फीसदी विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं. इससे मन भी शांत होता है. नकारात्मकता नहीं आती है दिमाग में.

वज्रासन

वज्रासन करने से मल त्याग में सुधार होता है और कब्ज से राहत मिलती है. यह आसन पेट फूलना (गैस) और एसिडिटी से भी छुटकारा दिलाने में मदद करता है. आमतौर पर खाना खाने के तुरंत बाद किसी भी तरह का व्यायाम या योग नहीं किया जाता है, लेकिन भोजन के बाद वज्रासन करना अच्छा होता है क्योंकि यह अपच नहीं होने देता है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.