
How to reduce fatty liver: बिगड़ती लाइफस्टाइल और खान-पान की आदतों के कारण फैटी लिवर की बीमारी तेजी से बढ़ रही है. फैटी लिवर का कारण लिवर में फैट का बहुत ज्यादा होता है. इससे लिवर की काम करने की क्षमता कम होने लगती है. समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया जाए तो आगे चल कर यह गंभीर बीमारियों में बदल सकता है. इसके कारण लिवर सिरोसिस या लिवर फेल्योर जैसी परेशानी आ सकती है. फैटी लिवर के मामले में लोगों को खासकर शुगरी ड्रिंक्स और प्रोसेस फूड से दूर रहने की सलाह (Kyo Hota Hai Fatty Liver) दी जाती है. फ्रुक्टोज वाले ड्रिंक और स्नैक्स हेल्थ के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं. शुगर लिवर के सेल्स को नुकसान पहुंचाता (Sugar Drinks Aur Fatty Liver) है जिससे कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है. हाल में हुए एक रिसर्च में पता चला है कि केवल नौ दिन तक फ्रुक्टोज वाले ड्रिंक से दूर रहने से लिवर के डैमेज टिश्यूज (Fatty Liver Se Bachne Ke Upay) ठीक होने लगते हैं. आइए जानते हैं शुगर कैसे लिवर को नुकसान पहुंचाता है और इसे छोड़ने से क्या फायदा होता है…..
शुगर कैसे लिवर को पहुंचता है नुकसान ( How Sugar harms your liver)
कोल्ड ड्रिंक्स और पैक्ड जूस में फ्रुक्टोज की मात्रा ज्यादा होती है. ये लिवर में फैट जमा करने लगते हैं. इसके कारण नॉन अल्कोहिक फैटी लिवर होने का खतरा रहता है. नॉन अल्कोहिक फैटी लिवर युवाओं तेजी से बढ़ने वाली बीमारी है और विकसित देशों के 30 प्रतिशत युवाओं को यह बीमारी है. डायबिटीज और मोटापे से जूझ रहे 90 प्रतिशत लोगों को यह बीमारी होती है. फ्रुक्टोज ग्लूकोज से अलग होता है और लिवर में फैट बढ़ाने का काम करता है. इससे सूजन बढ़ता और लिवर के सेल्स डैमेज होने लगते हैं. इसके कारण आगे चलकर लिवर की काम करने की क्षमता कम होने लगती है और इंसुलिन रेजिस्टेंस और डायबिटिज होने का खतरा बढ़ने लगता है और आगे चलकर हार्ट संबंधी बीमारियों के सहित कई तरह की सेहत संबंधी परेशानियां हो सकती हैं.
लिवर को सेफ रखने के लिए क्या करें ( Practical steps to protect your liver)
- शुगर वाले ड्रिंक और सोडा की जगह पानी, हर्बल टी और फलों से इन्फ्यूस्ड पानी का सेवन करें.
- ऐसे स्नैक्स, सीरियल्स और सॉस का सेवन न करें जिनमें फ्रुक्टोज क्रॉन सिरप या शुगर हो.
- नैचुरल शुगर और फाइबर वाले साबुत अनाज को अपने डाइट में शामिल करें.
- घर में बना खाना खाएं, इससे डाइट में शुगर इनटेक को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी.
- पैकट वाले फ्रूट जूस पीने से बचें
- अगर आपको मोटापा या डायबिटीज है तो अपने डॉक्टर से मिलकर फैटी लिवर के लिए जांच करवाएं.
9 दिन तक सोडा और प्रोसेस फूड से रहे दूर
कैलिफोर्निया और ट्यूरो यूनिवर्सिटी में हुए रिसर्च के अनुसार केवल नौ दिन तक शुगर ड्रिंक्स और सोडा से दूर रहने पर फैटी लिवर की परेशानी का सामना कर रहे युवाओं में हीलिंग प्रोसेस शुरू होते देखा गया. नौ दिन में फैटी लिवर में 20 प्रतिशत की कमी आ गई. यहां तक कि उनके वेट में भी 1 प्रतिशत की कमी हो गई. रिसर्च से पता चला कि नॉन अल्कोहिक फैटी लिवर शुरुआती चरण में आसानी से ठीक किया जा सकता है और खानपान में बदलाव से इसे कंट्रोल किया जा सकता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं