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Baby Care Tips: असली ORS कैसे पहचानें! बच्चे को कब और कैसे दें, डॉक्टर से जानिए

How To Identify Real ORS: ORS यानी ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन एक महत्वपूर्ण दवा है, जो बच्चों में डायरिया और डिहाइड्रेशन के इलाज में मदद करती है, लेकिन बाजार में कई फर्जी और नकली ORS उपलब्ध हैं, जो बच्चों के हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकते हैं.

Baby Care Tips: असली ORS कैसे पहचानें! बच्चे को कब और कैसे दें, डॉक्टर से जानिए
ORS की असली पहचान
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How To Identify Real ORS: बदलते मौसम में के साथ छोटे बच्चों के बीमार होने होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है. अक्सर डॉक्टर छोटे बच्चों को ORS देने की सलाह देते हैं, लेकिन आजकल बाजार में कई तरह के ORS मिलते हैं, लेकिन कैसे पता करें कि जो ओआरएस आप खरीद रहे हैं. वह असली है या नकली, क्योंकि कई ब्रांड्स हैं जो अपने प्रोडक्ट्स पर ORS तो लिख देते हैं लेकिन वह असल में इसे प्रोडक्ट के नाम के तौर पर इस्तेमाल करते हैं और इन पाउडर या ड्रिंक्स में ORS होता ही नहीं है. इंस्टाग्राम पर डॉ. संदीप गुप्ता ने एक वीडियो शेयर कर ORS की असली पहचान बताई है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ओआरएस बच्चे को कब और कैसे देना चाहिए.

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डॉ. संदीप गुप्ता के मुताबिक, ORS यानी ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन एक महत्वपूर्ण दवा है, जो बच्चों में डायरिया और डिहाइड्रेशन के इलाज में मदद करती है, लेकिन बाजार में कई फर्जी और नकली ORS उपलब्ध हैं, जो बच्चों के हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकते हैं. असली ORS की पहचान करने के लिए आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना होगा.

दरअसल, भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण FSSAI ने नॉन स्टैंडर्ड फूड प्रोडक्ट्स के ब्रांड नामों में ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट्स यानी ORS लिखे जाने पर रोक लगा दी है. अब बाजार में सिर्फ WHO यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन से अप्रूव किए गए फॉर्मूले पर ही ORS लिखा जा सकेगा.

WHO के दिशा-निर्देश

असली ओआरएस पैकेट पर "डब्ल्यूएचओ-अनुशंसित फॉर्मूला" लिखा होता है, जिसका मतलब है कि इसमें सोडियम, पोटैशियम, ग्लूकोज और इलेक्ट्रोलाइट्स का सही संतुलन है. इसके अलावा WHO यानी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की मुहर होनी चाहिए.

लेबल पर FSSAI नहीं लिखा होना चाहिए

असली ओआरएस एक दवा है, कोई खाद्य पदार्थ नहीं है. इसके पैकेट पर FSSAI यानी भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण का लोगों नहीं होना चाहिए.

रंग और गंध

असली ORS का रंग सफेद या हल्का पीला होना चाहिए और इसमें कोई गंध नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा असली ORS पानी में आसानी से घुल जाना चाहिए.

बच्चे को ORS कब और कैसे दें

डॉ. संदीप गुप्ता के मुताबिक, बच्चे को डायरिया या डिहाइड्रेटेड होने पर ORS देना चाहिए, क्योंकि ये पानी की कमी को दूर करता है. बच्चे की उम्र और वजन के अनुसार ही ORS की मात्रा दें.

  • 0-12 महीने के बच्चे को 50-100 मिलीलीटर ORS दें.
  • 1-5 साल के बच्चे को 100-200 मिलीलीटर ORS दें.
  • ORS देने का तरीका: ORS को पानी में घोलकर बच्चे को चम्मच से या कप से दें.
  • ORS देने की आवृत्ति: बच्चे को हर 1-2 घंटे में ORS दें.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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