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मॉनसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने किया जमकर हंगामा, कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं सभी सदस्यों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि वे रक्षा संबंधी जिस भी विषय पर चर्चा चाहते हैं, जितनी लंबी चर्चा चाहते हैं, लोकसभा अध्यक्ष जो भी निर्णय लेंगे, हम उसके तहत ऐसी किसी भी चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार हैं.

मॉनसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने किया जमकर हंगामा, कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित
  • संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने पहलगाम और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की जोरदार मांग की.
  • सरकार ने विपक्ष की मांग को स्वीकार करते हुए कहा कि वह लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा के लिए तैयार है.
  • पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को सैनिकों की वीरता और देश की उपलब्धियों से जोड़कर विपक्ष की रणनीति को कमजोर किया.
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नई दिल्ली:

संसद के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले और कई अन्य मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. सदन में विपक्षी दलों के सदस्यों ने पहलगाम आतंकी हमले और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की कवायद समेत अन्य विषयों पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया. शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब 20 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक, दूसरी बार अपराह्न दो बजे तक और फिर चार बजे तक के लिए स्थगित की गई. शाम चार बजे कार्यवाही पुन: शुरू हुई तो पीठासीन सभापति दिलीप सैकिया ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कार्यवाही सुचारू तरीके से चलने देने की अपील की.

उन्होंने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाकर बैठने की अपील करते हुए कहा कि आपने सुबह से सदन नहीं चलने दिया है. कार्यवाही चलने दीजिए. सैकिया ने आज सदन की कार्यसूची में सूचीबद्ध ‘गोवा राज्य विधानसभा के निर्वाचन क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का समायोजन विधेयक, 2024' का जिक्र करते हुए कहा कि आज गोवा की जनजातियों के अधिकार से जुड़े महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा होनी है. हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले आज सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कुछ दिवंगत पूर्व सदस्यों के निधन की जानकारी सदन को दी. सभा ने उनके साथ ही पहलगाम आतंकी हमले और अहमदाबाद विमान हादसे में तथा देश के कई हिस्सों में आई प्राकृतिक आपदाओं के कारण जान गंवाने वाले लोगों को कुछ पल मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान सदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उपस्थित थे.

लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के सफल अंतरिक्ष मिशन का उल्लेख किया और कहा कि इस सत्र में अंतरिक्ष के विषय पर विस्तृत चर्चा होगी. इसके बाद बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमला और बिहार में एसआईआर जैसे मुद्दों को उठाने की कोशिश की। उन्होंने आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह प्रश्नकाल के बाद सभी विषयों पर चर्चा कराने के लिए तैयार हैं. हंगामे के बीच ही कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा और खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने कुछ सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए. लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन चलने देने की अपील कई बार की. उन्होंने विपक्षी सदस्यों से चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि उन्हें नारेबाजी करनी है तो वे सदन से बाहर चले जाएं क्योंकि सदन के भीतर ऐसा करना उचित नहीं है. नारेबाजी नहीं थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 20 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. कार्यवाही दोपहर 12 बजे पुन: शुरू होने पर पीठासीन सभापति जगदंबिका पाल ने आवश्यक कागजात प्रस्तुत कराए. इस दौरान विपक्ष के सदस्य हंगामा करते हुए आसन के समीप आ गए.

पीठासीन सभापति जगदंबिका पाल ने कहा कि आज कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक होगी जिसमें सभी की सहमति से तय होगा कि किन विषयों पर चर्चा होगी और सरकार ऐसे सभी विषयों पर चर्चा के लिए तैयार है.  उन्होंने कहा कि हम शुरू से अपील कर रहे हैं कि मानसून सत्र में सार्थक चर्चा हो। संसद सत्र के पहले दिन इस तरह हंगामा करना, नारेबाजी करके समय का दुरुपयोग करना ठीक नहीं है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं सभी सदस्यों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि वे रक्षा संबंधी जिस भी विषय पर चर्चा चाहते हैं, जितनी लंबी चर्चा चाहते हैं, लोकसभा अध्यक्ष जो भी निर्णय लेंगे, हम उसके तहत ऐसी किसी भी चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार हैं. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने भी कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में बीएसी (कार्य मंत्रणा समिति) की बैठक होगी और विपक्षी सदस्य जिस विषय पर चर्चा चाहते हैं उसे बैठक में उठाएं और जिन भी मुद्दों पर चर्चा तय होगी, सरकार उन पर पूरी तरह चर्चा कराने को तैयार है. कांग्रेस के सदस्य आसन से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को बोलने की अनुमति दिए जाने की मांग रहे थे. इस दौरान, पीठासीन सभापति पाल ने राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा कि जिन भी विषयों पर चर्चा की सहमति बनेगी, सरकार उसके लिए तैयार है और विपक्ष को बोलने का मौका दिया जाएगा. हंगामा थमता नहीं देख उन्होंने कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी. अपराह्न दो बजे कार्यवाही आरंभ होने पर हंगामा जारी रहा। पीठासीन सभापति संध्या राय ने विपक्षी सदस्यों से सदन चलने देने की अपील की और कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है.  हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने कार्यवाही अपराह्न चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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